चेन्नई । ऑनलाइन वित्तीय सेवाएं देने वाली प्रमुख कंपनी बैंक बाजार ने हाल ही में अपने दसवीं वर्षगाँठ पर भारतीय मिलेनियल का पहला बैंक बाजार आकांक्षा सूचकांक जारी किया है। केंटर आईएमआरबी द्वारा किये गए सर्वे की मदद से बैंक बाजार ने छह मानकों पर भारतीय मिलेनियलों के वित्तीय नजरिए को समझने की कोशिश की है। ये हैं- धन, शोहरत, छवि, रिश्तें, व्यक्तिगत विकास और सेहत।
रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय मिलेनियल उच्च स्तर की आकांक्षा रखते हैं। उनका स्तर 87.43 है, जो उनके आत्मविश्वास को दर्शाता है। 88.5 के साथ दक्षिण भारतीय मिलेनियलों का आकांक्षा सूचकांक भारत में सबसे ज्यादा है। उत्तर, पूर्व और पश्चिम भारत में ये क्रमशः 87.6, 86.6 और 86.0 है। 88.8 के सूचकांक के साथ चेन्नई शहर का भारत में प्रथम स्थान पर आना कोई आश्चर्य की बात नहीं है, पर 88.5 के सूचकांक के साथ जयपुर शहर का दूसरे स्थान पर होना निश्चित तौर पर चैंकाने वाली बात है। नॉन मेट्रो शहरों में लोगों की बदलती हुई सोच, अपने सपनों को पाने की चाह में आया हुआ बदलाव इस बात का प्रतीक है।
निरंतर बढ़ती हुई करियर की संभावनाएँ, वित्तीय आजादी और सामाजिक बदलाव के चलते महिलाओं अब और मुखर होकर महत्वाकांक्षी हो रही हैं।. पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा आकांक्षा रखती हैं और ये बात बैंक बाजार की वेबसाइट पर बढती महिलाओं की संख्या भी जाहिर हो रही है।
भारतीय मिलेनियलों की नजर में धन पहले स्थान पर है, फिर स्वास्थ्य और शोहरत आते हैं। क्षेत्रीय विविधताओं के बावजूद, महिला एवं पुरुष मिलेनियलों की प्रमुख आकांक्षाएं लगभग समान ही हैं- अपना घर, यथोचित बैंक बैलेंस और दुनिया की सैर. खुद के घर का होना 47 प्रतिशत मिलेनियलों की पहली पसंद हैं. रिपोर्ट बताती हैं कि 61 प्रतिशत मिलेनियल अपने सपनों का पूरा करने के लिए उधार लेने से नहीं हिचकते हैं और ये बात पूरे भारत के मिलेनियलों पर लागू होती है।
सूचकांक के जारी होने पर बोलते हुए, बैंक बाजार के सह-संस्थापक और सीईओ-अधिल शेट्टी कहते हैं, “पिछले 10 साल भारतीयों की सोच में आये जबरदस्त बदलाव वाले रहे हैं। 2008 में बैंक बाजार की स्थापना के बाद तकनीक, पीढ़ी और नजरिये में काफी बदलाव देखा गया है। लिहाजा, हमने सोचा कि हमारी दसवीं वर्षगाँठ भारतीय पर्सनल फाइनेंस बाजार पर हमारी सोच को पुख्ता करने और भविष्य को समझने के लिए सही समय है।
इस रिपोर्ट ने हमारी समझ को पुख्ता ही नहीं किया है, वरन कुछ आश्चर्यजनक बातें भी हमारे समक्ष प्रस्तुत की हैं। हम ये मानते आये थे कि मिलेनियल अपने फाइनेंस पर प्रभुत्व चाहते हैं, पर हैरानी की बात ये है कि 91 प्रतिशत मिलेनियल अपनी मर्जी के मुताबिक अपने फाइनेंस को हैंडल करते है। जैसे-जैसे मिलेनियल उम्र दराज होते जायेंगे, हम इनकी बदलती हुई जरूरतों पर निगाह रखते हुए इन्हें सेवाएँ प्रदान करेंगे।‘‘
ये रिपोर्ट मिलेनियलों की अकांक्षाओं और तैयारी के बीच के अंतर को भी समझाती है। प्रमुख प्राथमिकताओं में धन, विशेषतः खुद का मकान आता है। पर इस लक्ष्य की चाह और तैयारी में 12 अंकों का अंतर है। अनुमानों को दरकिनार करते हुए ये रिपोर्ट बताती है कि ये वर्ग बचत और निवेश को तरजीह देता है। अपनी आय का लगभग एक तिहाई हिस्सा मिलेनियल फिक्स्ड डिपाजिट, म्यूच्यूअल फण्ड आदि में निवेश कर रहा है. हालांकि, निवेश के विकल्प जैसे म्यूच्यूअल फण्ड के बनिस्पत फिक्स्ड डिपाजिट और इंश्युरेंस को तरजीह देना आकांशा और तैयारी में अंतर को दर्शाता है।
धन के प्रति सचेत मिलेनियल, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के साथ सेहत को दूसरा स्थान देते हैं। इत्तेफाक से यहाँ भी चाह और तैयारी में 12 अंकों का अंतर है।
भारतीय आकांक्षा सूचकांक की कुछ प्रमुख बातें–
* दक्षिण भारत आकांक्षा सूचकांक 88.57 के साथ पहले स्थान पर है, उत्तर 87.7, पूर्व 86.5 के साथ और आखिर में पश्चिम 86.0 के साथ अंतिम स्थान पर है।
* मेट्रो शहरों में 88.86 के साथ चेन्नई प्रथम और फिर हैदराबाद (88.29) और बेंगुलुरु (88.29) आते हैं। जहाँ मेट्रो शहरों में आकांक्षा सूचकांक 86.86 है तो नॉन मेट्रो में ये आंकड़ा 85.87 है।
* पुरुषों के 86.29 के बनिस्पत महिलाओं का आकांक्षा सूचकांक 87.43 है
* धन (84.43) मिलेनियलों की आकांक्षा ओं में पहले पायदान पर है।
ये सूचकांक मिलेनियलों के विभिन्न लक्ष्यों- वित्त, रहन-सहन और स्वास्थ्य के विश्लेषण के साथ-साथ उनकी तैयारियों को भी बताता है। किसी निष्कर्ष पर पँहुचने के लिए केंटर आईएमआरबी ने कुल 1551 प्रतिवादियों (लोगों) से संपर्क किया था। संरचित प्रश्नावली की मदद से 25 से लेकर 35 आयु वर्ग के नौकरीशुदा पुरुष और महिलाओं के बीच ये सर्वे किया गया। प्राप्त परिणामों का ऑनलाइन पैनल इंटरव्यू और मात्रात्मक रिसर्च प्रणाली की मदद से विश्लेषण किया गया। प्राथमिकता, तैयारी और लक्ष्य प्राप्ति की सफलता के पैमानों ने बढ़ती हुई 6 आकांक्षाओं को दर्शया है। मात्रात्मक विश्लेषण से पहले हर पैरामीटर के गुणों का इंटरव्यू के जरिये गहन अध्ययन किया गया था।
बैंकबाजार के बारे में
इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन आॅफ इंडिया (आईएएमएआई) ने बैंकबाजार डाॅट काॅम को सर्वश्रेष्ठ वित्तीय वेबसाइट के रूप मंे मान्यता दी है और सीएमओ एशिया ने इसे बेस्ट इमर्जिंग ब्रांड करार दिया है। बैंकबाजार भारत का पहला तटस्थ ऑनलाइन बाजार है जो आपको ऋण, क्रेडिट कार्ड या किसी अन्य व्यक्तिगत वित्त उत्पादों पर तुरंत कस्टमाइज रेट कोट देता है। यह ऋण आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाता है। कोई भी तुरंत टेलर मेड आॅफर्स के लिए खोज कर सकता है, तुलना कर सकता है, उसकी जरूरत या प्रोफाइल के अनुसार इसे कस्टमाइज कर सकता है और अपने वित्त उत्पादों के लिए आवेदन कर सकता है।
यह स्मार्ट प्रौद्योगिकी क्षमताओं के साथ डिजाइन किया गया है और भारत के 85़ से अधिक अग्रणी वित्तीय संस्थानों और बीमा कंपनियों ने इस प्लेटफाॅर्म के साथ खुद को एकीकृत करना चुना है। आज के ऑनलाइन उपभोक्ता के लिए, बैंकिंग किसी भी चीज की ऑनलाइन खरीदारी जितना ही आसान है। और इससे भी अधिक यह कि बैंकबाजार की सेवाएं पूरी तरह से निशुल्क हैं!
बैंक बाजार भारत में व्यक्तिगत वित्त का पर्याय बन गया है। 35 मिलियन से अधिक भारतीय अपनी व्यक्तिगत वित्त संबंधी आवश्यकताओं के लिए हर महीने बैंक बाजार को विजिट करते हैं। पिछले एक साल में, विजिटर्स की संख्या में 115 प्रतिशत और लेनदेन की संख्या में 176 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 160 रैंक के साथ, बैंकबाजार शीर्ष 500 एलेक्सा इंडिया रैंक्स में अकेला मार्केटप्लेस है। कॉमस्कोर के दिसंबर 2017 के आंकडे बैंकबाजार को किसी अन्य वित्तीय बाजार की तुलना में 500 प्रतिशत बड़ा दिखाते हंै।
बैंक बाजार सेवाएं वेब पोर्टल, मेड फाॅर मोबाइल वेब सर्विस या एंड्रॉइड प्ले स्टोर और आईओएस ऐप स्टोर पर उपलब्ध बैंकबाजार ऐप के माध्यम से उपलब्ध हैं। यह उपभोक्ताओं को विभिन्न बैंकों और एनबीएफसी में सर्वोत्तम ऑफर की तुलना करने में मदद करता है। इनके अलावा, यह उपभोक्ता को वित्त के प्रबंधन के क्षेत्र में नवीनतम समाचार/रुझान और विजन प्रदान करता है। उपभोक्ता अपने आवेदन को ट्रैक कर सकते हैं और बैंकबाजार ऐप, व्हाट्सएप, ईमेल, वॉयस-सपोर्ट इत्यादि जैसे कई चैनलों के माध्यम से अपनी मुश्किलों का निवारण कर सकते हैं।
भारत के अलावा बैंकबाजार डाॅट काॅम के कार्यालय सिंगापुर और मलेशिया में भी हैं। इसने 2016 में ठंदाठं्रंतण्ेह और 2017 में इइं्रंतण्उल के रूप में कार्यसंचालन शुरू किया था और आज यह चैनल पार्टनर्स बैंकों के लिए पूरी तरह से एकीकृत आॅनलाइन अधिग्रहण चैनल के रूप में प्रतिष्ठित है।