जोधपुर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा अपनाया गया सत्य एवं अहिंसा का मार्ग ही देश और दुनिया में अमन-चैन की रक्षा कर सकता है।
गहलोत ने आज यहां महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित ‘मैं भी गांधी हूँ‘ कार्यक्रम में स्कूली छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि सत्य के मार्ग पर चलकर हिंसा का मुकाबला अहिंसा से करते हुए बिना खून-खराबे के आजादी दिलवाना बापू का ही करिश्मा था। उन्होंने कहा कि गांधी जी के विचार और सोच आज भी जीवंत हैं।
उन्होंने कहा कि आज जो लोग महात्मा गांधी का नाम लेने लगे हैं, उन्हें बापू को दिल से अपनाने की जरूरत है, दिमाग से नहीं। महात्मा गांधी के प्रिय भजनों का एक-एक शब्द उनके जीवन का संदेश है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता है कि गांव-शहर, गरीब-अमीर, छात्र और आम लोग बापू के संदेश को आत्मसात करें और एक-दूसरे को इसके लिये प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि बापू के साथ-साथ मौलाना अब्दुल कलाम, सरदार पटेल आदि के विचारों ने हमारे मुल्क को एक सूत्र में बांधे रखा है।
गहलोत ने बताया कि इस वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की भी 75वीं जयंती है। राज्य सरकार उनकी जयंती भी मना रही है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय गांधी ने देश में कम्प्यूटर एवं सूचना क्रान्ति के सपने को पूरा किया। उनके प्रयासों के बदौलत ही आज कम्प्यूटर, मोबाइल आदि गाँव-गाँव, घर-घर पहुंचे हैं।
कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के 6500 वि़द्यार्थियों ने एक साथ गांधी वेश में भारत के नक्शे को साकार करके इंडिया बुक ऑफ रिकॉडर्स में रिकार्ड दर्ज करवाया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने एक साथ 50 हजार पौधे लगाकर एक वर्ष तक उनके संरक्षण का संकल्प भी लिया। गहलोत ने कार्यक्रम में बच्चों के बापू की वेशभूषा में शामिल होने पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा आयोजक संस्थाओं के प्रयास की सराहना की।