बारां। राजस्थान में बारां जिले में बुधवार को दो नाबालिग बहनों से दुष्कर्म की घटना पर पुलिस ने जांच के बाद दुष्कर्म के आरोपों का खंडन करते हुए दावा है कि मेडीकल जांच में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है।
पुलिस सूत्रों ने आज बताया कि दोनों बालिकाओं ने अपने 164 के बयानों में स्पष्ट किया है कि उनके साथ दुष्कर्म नहीं हुआ। दोनों बालिकाओं की मेडिकल जांच कराई गई, जिसमें रेप की पुष्टि नहीं हुई है।
पीड़ित बालिकाओं के परिजनों ने बताया है कि 18 से 21 सितंबर तक युवक दो नाबालिग लड़कियों को कोटा, जयपुर और अजमेर ले गए। जहां दोनों के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।
आरोपियों ने नाबालिग लडकियों को पुलिस के सामने कुछ बोलने पर जान से मारने की धमकी भी दी। इस दौरान लड़कों के पकड़े जाने के बावजूद उन्हें छोड़ दिया गया। वहीं, लड़कियों को सखी केंद्र भेजा गया।
उधर कुछ मीडिया कर्मियों के सामने बालिकाओं ने बयान दिया था कि दो लड़के बहला फुसला कर ले गए। कोटा, जयपुर तथा अजमेर में तीन दिन तक बलात्कार करते रहे। होटलों से आने वाले खाने को खाकर वह अचेत हो जाती थीं। इसके बाद बलात्कार किया जाता था। 21 सितम्बर को पिता को मोबाईल करके जानकारी दी, तब पिता पुलिस को लेकर आए और सब को बारां ले आए।
नाबालिग बच्चियों से रेप की वारदात से राज्य शर्मसार
राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर ने बारां शहर की दो नाबालिग बच्चियों के साथ किए गए दुष्कर्म की वारदात को प्रदेश के माथे पर कलंक बताते हुए कहा कि इस घटना से प्रदेश शर्मशार हुआ है।
दिलावर ने आज जारी बयान में कहा कि राज्य में नाबालिग बच्चियों से लगातार दुष्कर्म की घटनायें हो रही हैं और दरिन्दे खुले घूम रहे हैं, लेकिन कांग्रेस सरकार गहरी नींद में है। बारां शहर की दो बच्चियां जो नाबालिग थी उनको बहला-फुसलाकर उनका अपहरण करके 18 सितंबर को शहर से बाहर ले जाकर दरिन्दों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म किया गया और तीन दिन बाद पुलिस उन बच्चियों एवं बलात्कारियों को बरामद करके थाने लाई। फिर पुलिस द्वारा उन बलात्कारियों को छोड़ दिया गया।
दिलावर ने कहा कि उन नाबालिग बच्चियों से हुये दुष्कर्म की मेडिकल बोर्ड से जांच क्यों नही करवाई गई? किस आधार पर उन बलात्कारियों को पुलिस ने थाने से घर जाने दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने नेता राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी को इस घटना की जानकारी दी या उन्हें मीडिया से जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि वे पीड़ित नाबालिगों एवं उनके परिवार से मिलने कब आ रहे हैं।