अजमेर। राजस्थान के अजमेर में ख्वाजा साहब की दरगाह के अधीन बैठने वाली हिलाल कमेटी द्वारा आज चांद रात को चांद दिखाई देने का एलान कर दिए जाने के बाद अब यह सुनिश्चित हो गया है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहब का जन्मोत्सव जश्ने ईदमिलादुन्नबी नौ अक्टूबर को ही मनाई जाएगी। चांद नहीं दिखता तो यह दस अक्टूबर को मनाई जाती लेकिन अब साफ हो गया है कि बारावफात का त्योहार नौ अक्टूबर को ही मनेगा।
जश्ने ईदमिलादुन्नबी के मौके पर अंदरकोट हताई से एक विशाल जुलूस का आयोजन होगा जो ढाई दिन के झोंपड़े से निकलकर दरगाह के मुख्य निजामगेट होता हुआ दरगाह बाजार, धानमंडी, दिल्ली गेट, गंज, महावीर सर्किल, सुभाष उद्यान, चिल्ले पर समाप्त होगा।
जुलूस में विभिन्न झांकियों के अलावा पैगम्बर मुहम्मद साहब की शिक्षाओं व हदीस के आधार पर संदेशों की तख्तियां लिए कौमी एकता का संदेश दिया जाएगा और जुलूस की समाप्ति के समय मुल्क में अमन चौन खुशहाली व भाईचारे के लिए दुआ की जाएगी। उल्लेखनीय है कि कोरोनाकाल के चलते दो साल के बाद मुस्लिम बिरादरी सार्वजनिक जुलूस की तैयारी में जुट गई है और दरगाह शरीफ को भी रोशनी से सजाए जाने की तैयारी की जा रही है।