बरेली। मोबाइल का हवाला देकर लव जिहाद के मुकदमे को ख़ारिज करने की तैयारी कर रही उत्तर प्रदेश की बरेली पुलिस को आज उस समय तगड़ा झटका लगा जब पीड़िता ने कोर्ट में अपने बयान में मांग की कि धर्मामान्तरण का दवाब बनाए वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाय ।
जिले के क़स्बा फरीदपुर के एक मोहल्ले की नर्सिंग की छात्रा ने तीन लोगों के खिलाफ एक जनवरी को लव जिहाद का मुकदमा दर्ज कराया था। कई दिन बीतने के बाद पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी, हिंदू संगठनों ने थाने में हंगामा करके आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
पीड़िता ने कोर्ट में अपने बयान में कहा कि आरोपी अबरार शादी के बाद भी पीछा नहीं छोड़ रहा था। ससुराल पहुंच कर उसने बखेड़ा खड़ा किया। उसने अपने भाइयों के साथ मिलकर छेड़छाड़ की और धर्मांतरण का दबाव बनाया। मना करने पर जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस ने कहा कि पीड़िता ने कोर्ट में बयांन दर्ज करा दिए हैं। बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। उल्लेखनीय कि एक दिसंबर को हुई घटना की रिपोर्ट एक जनवरी 2021 को फरीदपुर थाना में दर्ज कराई गई थी।
पुलिस ने पीड़िता द्वारा बताई गई तिथि को आरोपी के उसके यहां होने के लोकेशन से इनकार किया था इस पर पीड़िता ने कहा कि जल्दबाजी में 1 दिसम्बर, तारीख लिख गई थी जब कि 2 दिसंबर की घटना हुई थी। आरोपित की लोकेशन पीड़िता द्वारा बताए जा रहे घटना स्थल और तिथि 2 दिसम्बर मिलान कर रही है।
कोर्ट में बयान दर्ज कर के छात्रा ने बताया कि डिप्रेशन की वजह से वह घटना का दिन एक दिसम्बर भूलवश एफआईआर में दर्ज करा दी थी। उसने बताया कि 2 दिसंबर को 12 बजे छात्रा बरेली से फरीदपुर आ रही थी, नौगांवा गांव के सामने बरेली से फरीदपुर आते समय हाईवे पर रोककर अबरार उसके साथ ही उन्हें धर्मांतरण का दवाब बनाते हुए छेड़खानी की वही 20 दिसंबर को अबरार शिवम बनकर छात्रा के ससुराल पहुंच गया था।