बड़कागांव (हजारीबाग)। गांव के लोग डरे हुए हैं सहमे हुए हैं लेकिन वन विभाग से उन्हें किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिल रही है वह हाथियों के हम लोगों से बहुत ही ज्यादा परेशान हैं कई लोगों ने अपने परिजनों को खो दिया कहीं लोग लापता हैं इसके चलते झारखंड में लोगों का जीना मुश्किल हो गया है आखिर पूरा मामला क्या है आप नीचे खबर में पढ़ कर जान सकते हैं।
झारखण्ड में हाथियों का आतंक रुकने का नाम नहीं ले रहा है, आये दिन हाथी द्वारा कई मासूम लोग मारे जा रहे है। हजारीबाग जिले के बड़कागांव में हाथियों के झुंड ने एक ही रात में तीन लोगों को मार डाला। झुंड के एक हाथी ने एक व्यक्ति को सूंड़ में लपेटकर पटक-पटककर मार डाला, तो दो लोगों को कुचल दिया, जिससे उनकी मौत हो गयी।
घटना से गुस्साये लोगों ने डोकाटांड़ में सड़क जाम कर वन विभाग के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिये जाने की मांग की। मृतकों की पहचान 1. तुलसी महतो, 2. लीलू साव, 3 .हसीब अंसारी के नाम से हुई है।
दरअसल प्रखंड स्थित वन क्षेत्र के डूमारो जंगल के रानी तालाब से भागकर 22 हाथियों का झुंड बुधवार को सिमरतरी गांव पहुंच गया। खेत-खलिहान में जमकर उत्पात मचाया। फसलों को नष्ट कर दिया। अपनी फसल को बर्बाद होता देख लोगों से नहीं रहा गया। लोगों ने हाथियों को खदेड़ने का जतन शुरू कर दिया।
लोग मशाल लेकर निकले, ढोल-नगाड़े बजाकर हाथियों को खदेड़ने का प्रयास किया। इसी दौरान सिमरातरी गांव के तुलसी महतो (पिता रिजु महतो) को एक हाथी ने अपने सूंड़ में लपेट लिया। हाथी ने तुलसी महतो को पटक-पटक कर मार डाला।
वहीं, एक व्यक्ति रात के बाद से गायब था। सुबह उसका भी कुचला हुआ शव मिला। देर रात को हाथियों का यह झुंड सिमरतरी गांव से गोसाई बलिया की ओर भाग गया।