बठिंडा। पंजाब के बठिंडा में एक मजदूर ने पत्नी की कैंसर से मौत के एक महीने बाद कल अपने तीन बच्चों की हत्या कर खुद भी फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली।
पुलिस ने बताया कि 35 वर्षीय बेअंत सिंह, पांच वर्षीय बेटे प्रभजोत सिंह, तीन वर्षीय बेटी खुशप्रीत और सवा साल की सुखप्रीत कौर की लाशें आज सुबह मिलीं। बेअंत सिंह ने दो बड़े बच्चों को छत से फंदा लगाकर मारा जबकि सबसे छोटी बच्ची को चारपाई खड़ी कर कपड़े का फंदा लगाकर मारा। पुलिस को आशंका है कि बच्चों को मारने से पहले उसने बच्चों को बेहोश किया। वास्तविकता हालांकि पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगी।
बेअंत सिंह ने मरने से पूर्व लिखी चिट्ठी में लिखा है कि पत्नी की मौत से वह पागल हो गया था और उसनेे जो वादे अपनी पत्नी से किए थे, पूरे नहीं किए। चूंकि उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई है तो वह भी अपने बच्चों के साथ उसके पास जा रहा है।
पड़ोसियों के अनुसार बेअंत की पत्नी की करीब एक माह पहले कैंसर के कारण मौत हो गई थी। कैंसर पीड़ित पत्नी के उपचार में उसने अपनी जमा पूंजी लगा दी लेकिन वह उसे बचा नहीं सका। लॉकडाऊन के कारण भी आर्थिक रूप से वह पूरी तरह टूट गया था।
सूचना मिलने पर पुलिस उपाधीक्षक फूल जसवीर सिंह औैर थाना भगता भाईका के एसएचओ अमृतपाल सिंह पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की तमाम पहलुओं से जांच शुरू की। पुलिस ने गांव के सरपंच सहित विभिन्न लोगों के बयान दर्ज किए हैं।
सरपंच गुरमेल सिंह ने मीडिया को बताया कि बेअंत सिंह रिक्शा चलाकर किसी तरह परिवार का पेट पाल रहा था। आत्महत्या पूर्व लिखी चिट्ठी में उसने अपने मकान की जगह बेचकर गांव के गुरुद्वारा को देने को कहा है। उसने यह भी लिखा है कि इस एक महीने में वह पहले भी दो बार कोशिश कर चुका है पर नहीं कर पाया और अब सब कुछ सोचने के बाद वह यह कदम उठा रहा है।