अहमदाबाद। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) गुरुवार को होगी जिसमें आईपीएल को 2022 से 10 टीमों का टूर्नामेंट कराने पर फैसला लिया जा सकता है।
आईपीएल का 2020 का संस्करण सितंबर से नवंबर तक संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हुआ था जिसमें आठ टीमों ने हिस्सा लिया था। आईपीएल का 2021 का सत्र अप्रैल में शुरु होना है और यह आठ टीमों या नौ टीमों का होगा लेकिन इसका फैसला लॉजिस्टिक के आधार पर किया जाएगा।
बीसीसीआई ने दिसंबर के शुरु में अपने राज्य संघों में सूचित किया था कि एजीएम के एजेंडे में एक प्रमुख मुद्दा दो नयी आईपीएल टीमों को जोड़ना होगा। इस संदर्भ में बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गांगुली, सचिव जय शाह और कोषाध्यक्ष अरुण धूमल तथा आईपीएल के मुख्य संचालन अधिकारी हिमांग अमीन निजी तौर पर बातचीत कर चुके हैं।
अहमदाबाद में होने वाली एजीएम में बीसीसीआई अपने राज्य संघों से इस बारे में बातचीत करेगी और इस प्रस्ताव के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं को सामने रखेगी।
आईपीएल का 2021 का संस्करण शुरु होने में चार महीने का समय रह गया है और यदि दो नयी टीमों को जोड़ना है तो बीसीसीआई को कई लक्ष्य हासिल करने होंगे जिसमें नई टीमों के लिए निविदा जारी करना, शहरों की संख्या तय करना, 10 फ्रेंचाइजी के लिए मेगा नीलामी आयोजित करना और भारतीय तथा विदेशी खिलाड़ियों के तालमेल के साथ खिलाड़ियों को रिटेन करने वाली संख्या को तय करना शामिल होगा।
फिलहाल बीसीसीआई के लिए सबसे बड़ी चुनौती 2021 का आईपीएल होगा जिसके स्थल के बारे में अभी कोई फैसला नहीं किया गया है। हालांकि अभी तक भारत ही पहली पसंद है लेकिन कोरोना को देखते हुए यदि बायो बबल बनाना मुश्किल होता है तो बीसीसीआई फिर से आईपीएल को यूएई ले जा सकता है।
भारत में कोरोना के मामले एक करोड़ पार कर चुके हैं जो दुनिया में अमेरिका के बाद दूसरे सर्वाधिक हैं। मौजूदा आठ फ्रेंचाइजी 2021 के संस्करण में कोई अतिरिक्त टीम नहीं जोड़ना चाहेंगी लेकिन राज्य संघों को नौंवीं टीम के लिए कोई आपत्ति नहीं होगी।
2021 आईपीएल से पहले भी बीसीसीआई को बड़ी नीलामी आयोजित करनी होगी। आईपीएल हर तीन साल पर बड़ी नीलामी आयोजित करता है और आखिरी ऐसी नीलामी 2018 में हुई थी। यदि बीसीसीआई 2021 के संस्करण में कोई टीम नहीं जोड़ता है तो वह मिनी नीलामी आयोजित करेगा जिससे मौजूदा आठ फ्रेंचाइजी अपने अधिकतर खिलाड़ियों को रिटेन कर सकेंगी और टीमों में हल्का फुल्का परिवर्तन ही होगा।