नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रवि शास्त्री के आलराउंडर रवींद्र जडेजा की फिटनेस को लेकर मेलबोर्न में दिए गए विवादास्पद बयान के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने मामले को संभालने की कवायद करते हुए जडेजा की फिटनेस पर रविवार रात सफाई जारी की और उन्हें मेलबोर्न में 26 दिसम्बर से होने वाले तीसरे टेस्ट के लिए फिट करार दिया।
शास्त्री ने मेलबोर्न में रविवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि जडेजा ऑस्ट्रेलिया आने से पहले पूरी तरह फिट नहीं थे और उन्हें ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के चार दिन बाद इंजेक्शन दिए गए थे। यही कारण था कि उन्हें पर्थ में दूसरे टेस्ट के लिए नहीं चुना गया था।
इस विवाद के तूल पकड़ने से बीसीसीआई को हरकत में आना पड़ा और उसने रविवार रात बयान जारी कर कहा कि जडेजा के बाएं कंधे में काफी सुधार हुआ है और वह तीसरे टेस्ट में चयन के लिए उपलब्ध हैं।
बीसीसीआई ने बताया कि जडेजा ने 2018 में लम्बे गेंदबाजी स्पैल करने के कारण बाएं कंधे में परेशानी की शिकायत की थी और इसके इलाज के लिए उन्हें दो नवम्बर को मुंबई में इंजेक्शन दिया गया था जिससे उन्हें आराम मिला था और वह 12-15 नवम्बर तक सौराष्ट्र के लिए रणजी मैच में खेले थे और इस मैच में उन्होंने बिना किसी परेशानी के 64 ओवर डाले थे। इसके बाद बीसीसीआई ने उन्हें फिट घोषित किया था और फिर उनका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए चयन हुआ था।
ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद जडेजा ने सिडनी में अभ्यास मैच के दौरान 30 नवम्बर को इस परेशानी की फिर शिकायत की। उस दिन उन्हें फिर एक इंजेक्शन दिया गया। इस इंजेक्शन और रिहैबिलिटेशन से उनकी स्थिति में सुधार हुआ।
पर्थ टेस्ट से पहले टीम प्रबंधन और आलराउंडर का मानना था कि वह नेट्स पर उस लय के साथ गेंदबाजी नहीं कर पा रहे जो ऐसी सीरीज के लिए जरूरी है। इसी कारण उन पर पर्थ टेस्ट के लिए विचार नहीं किया गया लेकिन उनकी स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और वह तीसरे टेस्ट के लिए उपलब्ध हैं।