मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने आगामी एमर्जिंग नेशंस कप के लिए भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से इंकार कर दिया है।
पाकिस्तान से हाल ही में आईसीसी में मुआवज़े को लेकर केस जीतने वाले बीसीसीआई ने पाकिस्तान में भारतीय टीम को भेजने से इंकार किया है। नेशंस कप की मेजबानी पाकिस्तान और श्रीलंका संयुक्त रूप से कर रहे हैं। लेकिन बीसीसीअाई के इंकार के बाद भारतीय टीम श्रीलंका में अपने मुकाबले खेलेगी जबकि टूर्नामेंट का फाइनल भी कोलंबो में होगा।
वर्ष 2008 में मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले में पाकिस्तान की सीधे भूमिका के बाद से भारत ने पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेला है। टूर्नामेंट में बंगलादेश, यूएई और हांगकांग की टीमें पाकिस्तान में कराची चरण में खेलेंगी जबकि श्रीलंका, भारत और अफगानिस्तान की टीमें श्रीलंका के कोलंबो में मैच खेलेंगी।
बीसीसीआई दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण रिश्तों के चलते पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज़ से लगातार इंकार करता रहा है जिसके कारण पीसीबी ने उसके खिलाफ करार के बावजूद द्विपक्षीय सीरीज़ से इंकार करने के चलते आईसीसी में उसके खिलाफ करीब 460 करोड़ रूपए मुआवज़े का केस दायर किया था। इस पर हाल ही में बीसीसीआई के पक्ष में फैसला आया है।
पीसीबी अधिकारी ने कहा कि भारत किसी भी स्थिति में पाकिस्तान के साथ दोबारा क्रिकेट खेलने को तैयार नहीं है और बीसीसीआई का एक बार फिर पाकिस्तान में नेशंस कप के लिए टीम भेजने से इंकार इस बात को साबित करता है। उन्होंने बताया कि कराची के नेशनल स्टेडियम में तीन मैच कराए जाएंगे जबकि बाकी तीन साउथेंड क्रिकेट स्टेडियम में होंगे।
पाकिस्तान बोर्ड के अधिकारी ने कहा कि हमने नेशंस कप के लिए पूरी सुरक्षा का इंतजाम किया है और मेहमान टीम के खिलाड़ियों को 4 से 10 दिसंबर तक पाकिस्तान में रहते हुए किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
कई अंतरराष्ट्रीय टीमें सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान दौरे पर जाने से इंकार कर चुकी हैं और वर्ष 2009 में श्रीलंकाई टीम पर आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तानी टीम अपने घरेलू अंतरराष्ट्रीय मैच यूएई में खेल रहा है।