नई दिल्ली। आईसीसी विश्वकप के सेमीफाइनल में हारकर बाहर हो गई भारतीय क्रिकेट टीम के अगले महीने होने वाले वेस्टइंडीज़ दौरे के लिए शुक्रवार को होने वाली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के चयनकर्ताओं की बैठक भले ही टल गई हो लेकिन सभी की निगाहें अनुभवी विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी की उपलब्धता पर लगी हुई हैं।
इंग्लैंड में हुए विश्वकप से पूर्व अटकलें लगाई जा रही थीं कि धोनी के करियर का यह आखिरी विश्वकप होगा जिसके बाद वह संन्यास की घोषणा कर सकते हैं। लेकिन धोनी अभी भी टीम के साथ बने हुए हैं और उनके भविष्य को लेकर संशय की स्थिति भी बरकरार है। ऐसे में सभी की निगाहें इस बात पर लगी हैं कि वेस्टइंडीज़ दौरे की सीमित ओवर टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज़ को जगह मिलेगी या नहीं।
वहीं टीम चयन में निगाहें कप्तान विराट कोहली पर भी लगी रहेंगी जिन्हें काफी समय से आराम दिए जाने की चर्चा चल रही है। माना जा रहा है कि विराट इस दौरे से विश्राम ले सकते हैं। इसके अलावा तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह को भी विंडीज़ दौरे पर आराम दिया जा सकता है। बुमराह विश्वकप में काफी सफल रहे थे।
भारतीय टीम अगले महीने वेस्टइंडीज़ दौरे पर पहुंचेगी जिसकी शुरूआत तीन अगस्त से होनी है। इस सीरीज में टीम को ट्वंटी 20, वनडे और दो टेस्ट मैच खेलने हैं। विश्वकप में भारतीय टीम के सेमीफाइनल में हारकर बाहर हो जाने के बाद 38 वर्षीय धोनी के भविष्य को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं जिनका प्रदर्शन आईसीसी टूर्नामेंट में औसत रहा था और अपनी धीमी बल्लेबाज़ी के लिए उन्हे काफी आलोचना भी झेलनी पड़ी थी।
उम्मीद की जा सकती है कि चयनकर्ता धोनी के बजाय विंडीज दौरे के लिए युवा विकेटकीपर रिषभ पंत को मौका दें जिन्हें काफी समय से धोनी का उत्तराधिकारी भी माना जा रहा है। भारत को आस्ट्रेलिया में अगले वर्ष ट्वंटी 20 विश्वकप खेलना है। धोनी को गत वर्ष अक्टूबर में वेस्टइंडीज़ और आस्ट्रेलिया दौरे में ट्वंटी 20 सीरीज़ में भी जगह नहीं दी गई थी।
उल्लेखनीय है कि चयनकर्ता प्रमुख एमएसके प्रसाद ने भी विंडीज़ दौरे के लिए टीम चयन से पूर्व कहा था कि धोनी का टीम में चयन निर्धारित नहीं है। साफ है कि आगामी ट्वंटी 20 विश्वकप को देखते हुए बोर्ड नये चेहरों को टीम में मौका दे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रसाद जल्द ही धोनी से उनके करियर काे लेकर बात कर सकते हैं। पूर्व कप्तान की जगह विकेटकीपिंग के लिए पंत को पहली पसंद माना जा रहा है जिन्हें विश्वकप में चोटिल ओपनर शिखर धवन की जगह टीम में लिया गया था।
वर्तमान में भारत ए टीम वेस्टइंडीज़ दौरे पर है जहां वह पांच गैर आधिकारिक वनडे मैचों की सीरीज़ में 3-0 से अपराजेय बढ़त बना चुकी है। टीम के कप्तान मनीष पांडे, शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर, क्रुणाल पांड्या का अब तक इस सीरीज़ में प्रदर्शन बेहतरीन रहा है और चयनकर्ता मध्यक्रम की अनसुलझी गुत्थी सुलझाने के लिए इनमें से किसी को मौका दे सकते हैं। भारत ए के तीसरे मैच में मनीष 100 रन की पारी खेलकर मैन ऑफ द मैच रहे थे।
कर्नाटक के मयंक अग्रवाल भी मध्यक्रम में एक अन्य विकल्प हो सकते हैं जिनका घरेलू सत्र में अच्छा प्रदर्शन रहा है। विश्वकप टीम में जगह नहीं मिलने से निराश अंबाटी रायुडू के रिटायरमेंट और ऑलराउंडर विजय शंकर के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद चयनकर्ता बल्लेबाज शुभमन गिल और पृथ्वी शॉ को भी मौका दे सकते हैं।
विश्वकप में निराश कर गए दिनेश कार्तिक और महाराष्ट्र के ऑलराउंडर केदार जाधव का विंडीज दौरे में जगह बनाना अब मुश्किल माना जा रहा है। वहीं देखना होगा कि ओपनर शिखर धवन को टीम में जगह मिलती है या नहीं। धवन अंगूठे में चोट के कारण विश्वकप के बीच में ही स्वदेश लौट गए थे और यदि वह फिट होते हैं तो टीम के शीर्ष स्कोरर रहे रोहित शर्मा के साथ वापिस ओपनिंग जोड़ी के रूप में उनकी वापसी संभव है।
टीम इंडिया के नियमित खिलाड़ियों मे शामिल लोकेश राहुल, हार्दिक पांड्या, कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल के सीमित ओवर के लिये टीम में अपनी जगह बरकरार रखने की उम्मीद है। भारत ए टीम के साथ कैरेबियाई दौरे में खेल रहे लेग स्पिनर दीपक चाहर को भी मौका मिल सकता है।
इसके अलावा नये चेहरों में दिल्ली के तेज़ गेंदबाज़ नवदीप सैनी का भी मौजूदा दौरे में भारत ए के लिये प्रभावशाली प्रदर्शन रहा है। चयनकर्ता खलील अहमद, आवेश खान के बारे में भी विचार कर सकते हैं जबकि विश्वकप में कमाल की गेंदबाज़ी करने वाले मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार को भी टीम में बरकरार रखा जा सकता है।
टेस्ट टीम के लिए बतौर विकेटकीपर पंत को मौका दिए जाने की उम्मीद है। वह आस्ट्रेलिया दौरे में टीम के साथ थे। हालांकि टेस्ट टीम के विकेटकीपर रिद्धिमान साहा अब फिट हो चुके हैं, लेकिन देखना होगा कि चयनकर्ता उन्हें वापिस मौका देते हैं या नहीं।
भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच 3 से 6 अगस्त तक ट्वंटी 20 सीरीज़ खेली जानी है जबकि वनडे मैच 8 से 14 अगस्त तक होने हैं। वहीं दो टेस्टों की सीरीज़ 22 अगस्त से 3 सितंबर तक होगी।