चेन्नई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की भ्रष्टाचार रोधी इकाई ने तमिलनाडु प्रीमियर लीग के चौथे सत्र में कई खिलाड़ियों से फिक्सिंग के लिए अवैध लोगों द्वारा कथित तौर पर संपर्क साधने के आरोपों की जांच शुरू कर दी है।
तमिलनाडु क्रिकेट संघ इस टी-20 टूर्नामेंट का आयोजन करता है। कई खिलाड़ियों ने शिकायत की है कि टूर्नामेंट के दौरान उनसे फिक्सिंग के लिए संपर्क साधा गया। बोर्ड की भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) ने इन आरोपों की जांच शुरू कर दी है।
एसीयू के प्रमुख अजित सिंह के अनुसार 19 जुलाई से 15 अगस्त के बीच आठ टीमों के बीच खेली गयी लीग के मैचों के दौरान खिलाड़ियों से संपर्क साधा गया और इस बात की जांच की जा रही है कि किन लोगों ने खिलाड़ियों से संपर्क साधा।
अजित ने कहा कि खिलाड़ियों ने एसीयू को बताया कि उन्हें संपर्क साधने वाले सन्देश मिले इसलिए यह जांच किसी भी खिलाड़ी के खिलाफ नहीं है। समझा जाता है कि सात से आठ खिलाड़ियों ने एसीयू से यह शिकायत की है।
यह पूछने पर कि ऐसे खिलाड़ियों में क्या कोई भारतीय अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी है, सिंह ने कहा कि वह न तो इससे इंकार कर सकते हैं और न ही पुष्टि कर सकते हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि उनके पास खिलाड़ियों की सही संख्या नहीं है जिन्होंने इस तरह की शिकायत की है।
उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि इस तरह के सन्देश थे कि मैच में पहले बल्लेबाजी कौन करेगा और वे मैच सम्बंधित जानकारी चाहते थे और इस आधार पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि ऐसे लोग सट्टेबाजी से जुड़े हो सकते हैं या सट्टेबाजी में इच्छुक हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि एसीयू को आठ टीम मालिकों में से किसी के खिलाफ कोई जानकारी नहीं मिली है और अब तक की जांच में किसी भी टीम को शामिल नहीं किया गया है। एसीयू ऐसे संदेशों के स्त्रोत का पता लगाने का प्रयास कर रही है जो खिलाड़ियों को मिले हैं।