दुबई । भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) दुबई में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की विवाद निस्तारण समिति के सामने कानूनी जंग में उतरेंगे।
आईसीसी के मध्यस्थ तीन दिनों के भीतर पीसीबी के भारतीय बोर्ड पर लगाये आरोपों पर सुनवाई करेंगे। तीन सदस्यीय पैनल में माइकल बेलोफ, जान पॉलसन और डा. एनाबेल बेनेट शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2014 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज़ कराने को लेकर करार हुआ था। लेकिन भारत आैर पाकिस्तान के बीच तनाव के चलते बीसीसीआई ने द्विपक्षीय सीरीज़ कराने से इंकार कर दिया। पीसीबी ने इसके बाद गत नवंबर बीसीसीआई के खिलाफ मुआवजे का दावा ठोक दिया।
आईसीसी की इस मामले पर सुनवाई से पूर्व पाकिस्तानी बोर्ड ने फिर से बीसीसीआई से करीब 447 करोड़ रूपये के मुआवजे की मांग की है। पीसीबी का आरोप है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज़ रद्द होने से उसे भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ा है। भारतीय बोर्ड ने दो बार पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज़ खेलने से इंकार किया है।
भारत और पाकिस्तान के बीच करार के अंतर्गत 2015 से 2023 के बीच छह द्विपक्षीय सीरीज़ होनी थी। वर्ष 2007 में पाकिस्तान के भारत दौरे के बाद से दोनों देशों ने कोई पूर्ण द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज़ नहीं खेली है। इसके एक वर्ष बाद 2008 में मुंबई पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी हमले के बाद से दोनों देशों के रिश्ते और खराब हो गये थे। हालांकि वर्ष 2012 में पाकिस्तान ने भारत दौरा किया था और संक्षिप्त वनडे सीरीज़ खेली थी। दोनों दो बार एशिया कप में भी एक दूसरे से खेल चुके हैं।