नई दिल्ली। जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्रालय ने आदिवासी समाज को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए ट्राइब्स इंडिया के ब्रांड एंबेसडर बनो और ट्राइब्स इंडिया के मित्र बनो प्रतियोगिता की शुरुआत की है जिसमें छोटी अवधि के वीडियो आमंत्रित किए गए हैं।
मंत्रालय ने शनिवार को यहां बताया कि दोनों प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए ट्राइब्स इंडिया के उत्पादों पर 30 सेकेंड से लेकर पांच मिनट तक वीडियो बनाई जा सकती है।
इन प्रतियोगिताओं को आदिवासी शिल्प, संस्कृति और जीवन शैली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आरंभ किया गया है। इनके माध्यम से जनजातीय विरासत, कला, शिल्प के बारे में जागरुकता बढ़ायी जा सकती है। इससे अधिक लोग जनजातीय उत्पादों को खरीदकर समग्र आदिवासी सशक्तीकरण में भी योगदान देंगे।
वीडियो में जनजातीय उत्पादों में परिधान, आभूषण, सामान, पेंटिंग, धातु शिल्प, टेराकोटा और मिट्टी के बर्तन, सजावटी सामान, खाद्य और जैविक वस्तु, बेंत और बांस की वस्तुएं, स्टेशनरी, फर्नीचर, घरेलू सामान, भोजन आदि शामिल हो सकते हैं।
प्रतियोगिता 14 मई तक खुली रहेगी और इसमें 50 सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों का चयन किया जाएगा।