कोलकाता। भारत के पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी मेहताब हुसैन ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के महज एक दिन बाद बुधवार को भाजपा को छोड़ने का फैसला लिया।
मंगलवार को 35 वर्षीय पूर्व मिडफील्डर ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के नेतृत्व में भगवा झंडा थामा था। मशहूर फुटबॉल क्लब मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के लिए खेल चुके मेहताब ने इसके एक दिन बाद ही यह कहते हुए राजनीति छोड़ी कि उनके प्रशंसक और परिवार वाले उनके इस फैसले से सहमत नहीं हैं।
मेहताब ने भाजपा में शामिल होते वक्त कहा था कि मैं जो कर रहा हूं वो काफी नहीं है। लोग पीड़ा में है और यह काफी नहीं है। इसलिए मैं राजनीति में शामिल हो रहा हूं क्योंकि लोगों की मदद करने का यह सबसे सही तरीका है।
उल्लेखनीय है कि मेहताब कोरोनो वायरस के दौरान बंगाल में लोगों की मदद कर रहे हैं। वह 35 फुटबॉलरों के साथ मिलकर जरुरतमंदों की मदद कर रहे हैं। भाजपा में शामिल होते समय उन्होंने कहा था कि वह भाजपा में लोगों की मदद करने के लिए शामिल हो रहे हैं।
मेहताब ने कहा कि राजनीति में शामिल होने के बाद उन्हें उनके प्रशंसकों के संदेश आ रहे थे कि वह राजनीति नहीं करें। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी, बच्चे और दोस्त भी उनके इस फैसले से खुश नहीं थे और इन लोगों ने उन्हें राजनीति छोड़ने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि उनका यह फैसला खुद का है इसले किए उन पर किसी ने दबाव नहीं डाला है। भाजपा की ओर से हालांकि अभी इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की गयी है।