Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
बोगतुई नरसंहार : ममता बनर्जी के आदेश के बाद तृणमूल नेता अरेस्ट - Sabguru News
होम Breaking बोगतुई नरसंहार : ममता बनर्जी के आदेश के बाद तृणमूल नेता अरेस्ट

बोगतुई नरसंहार : ममता बनर्जी के आदेश के बाद तृणमूल नेता अरेस्ट

0
बोगतुई नरसंहार : ममता बनर्जी के आदेश के बाद तृणमूल नेता अरेस्ट

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में हुए नरसंहार की घटना के कलकत्ता हाईकोर्ट के स्वत: संज्ञान लेने के बाद राज्य पुलिस ने रामपुरहाट के तृणमूल कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष अनारुल हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में आठ लोगों की नृशंस हत्या के मामले में की गई है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आदेश के बाद ही अनारुल हुसैन की गिरफ्तारी की गई है। ममता बनर्जी ने गुरुवार को बोगतुई गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें हर संभव मदद इंसाफ दिलाने का अश्वासन दिया था।

इससे पहले बनर्जी ने रामपुरहाट ब्लॉक के तहत आने वाले गांव पहुंची और नरसंहार में बचे लोगों के साथ बातचीत की। उन्होंने अपराधियों के खिलाफ कड़ी दंडात्मक कार्रवाई का आश्वासन देते हुए पुलिस को लोगों के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आदेश दिया।

बनर्जी ने पुलिस को रामपुरहाट के तृणमूल कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष अनारुल हुसैन को गिरफ्तार करने का भी निर्देश दिया। हुसैन ने कथित तौर पर भीड़ का नेतृत्व किया था, जिसमें छह महिलाओं और दो बच्चों सहित आठ लोगों को जिंदा जला दिया गया था।

उन्होंने कहा कि मैं चाहती हूं कि अनारुल खुद को पुलिस के हवाले कर दे। अगर वह नहीं करता है, तो पुलिस को उसे गिरफ्तार करना चाहिए। बनर्जी के गांव छोड़ने के कुछ देर बाद अनारुल को गिरफ्तार कर लिया गया।

मुख्यमंत्री ने पीड़ितों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपए और क्षतिग्रस्त मकानों के पुनर्निर्माण के लिए एक-एक लाख रुपए से दो लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की। घायलों में से प्रत्येक को 50,000 रुपए दिए जाएंगे, और सरकार उनके इलाज के लिए भुगतान करेगी।

नरसंहार में बचे लोगों के साथ बातचीत करते हुए बनर्जी ने सोमवार शाम को तृणमूल कांग्रेस के नेता भादु शेख की हत्या और जवाबी कार्रवाई में दस घरों को आग लगाने, जिसमें आठ लोग मारे गए थे, दोनों की निंदा की।

उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी और जिला पुलिस अधीक्षक की ओर से लापरवाही बरती गई अन्यथा इस तरह की घटना को टाला जा सकता था। बनर्जी ने कहा कि घटना के पीछे एक बड़े पैमाने पर साजिश थी और पुलिस को आपराधिक मामले दर्ज करने का निर्देश दिया ताकि अपराधी जेल से बाहर न निकल सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि इस तरह की भीषण हत्याएं हो सकती हैं। बनर्जी ने मिहिलाल शेख से भी बात की, जिनका पूरा परिवार आग में जल गया।

रामपुरहाट शहर से केवल दो किलोमीटर दूर बोगतुई में सोमवार रात से मंगलवार तड़के उनके घरों में आग लगने के बाद 40 वर्षीय मिहिलाल को जान बचाने के लिए बनिरुल के साथ धान के खेतों से होते हुए कम से कम 12 किमी दौड़ना पड़ा। किराना व्यवसायी मिहिलाल ने अपनी पत्नी, आठ वर्षीय बेटी और मां सहित परिवार के आठ सदस्यों को इस नरसंहार में खो दिया।