जयपुर | राजस्थान के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री बुलाकी दास कल्ला ने आज विधानसभा में आश्वास्त किया कि बीकानेर जिले की भद्रासर पेयजल योजना को शुरू करने में आ रही दिक्कतों का परीक्षण कर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।
कल्ला प्रश्नकाल में इस सम्बन्ध में क्षेत्रीय विधायक के पूरक प्रश्न का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि यह सही है कि जिले की भद्रासर पेयजल योजना के शुरू करने में दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने बताया कि योजना में रामनगर के लिए 2.63 करोड की डीपीआर बन चुकी है जिसे वित्त समिति के पास भिजवाया जायेगा।
उन्होंने बताया कि 12 गांवों की 2 करोड़ 90 लाख रुपये की पेयजल योजना पूर्व में अनुमोदित है और इसे वित्तीय स्वीकृति के लिए भिजवाया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिले की 776 करोड़ रुपये की वृहद पेयजल योजनाके तहत 609 आर.डी. से पानी लेना प्रस्तावित है। उन्होंने बताया कि गत जनवरी से इसकी तकनीकी अनुमति की प्रक्रिया प्रक्रियाधीन है। उन्होंने कहा कि योजना के तहत जैसे बजट उपलब्ध होगा वैसे आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।
इससे पहले विधायक गोविन्दराम के मूल प्रश्न के जवाब में उन्होंने बताया कि बीकानेर जिले के 857 ग्राम एवं दो कस्बे क्रमशः देशनोक एवं श्रीडूंगरगढ़ की पेयजल योजनाओं का संचालन एवं संधारण का कार्य वर्तमान में दो खण्ड कार्यालयों क्रमशः जिला ग्रामीण खण्ड-प्रथम, बीकानेर एवं जिला ग्रामीण खण्ड-द्वितीय, बीकानेर के अधीन निष्पादित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि बीकानेर शहर की पेयजल आपूर्ति के लिए कंवर सेन लिफ्ट नहर पर बीछवाल गांव एवं ) गजनेर लिफ्ट कैनाल की कानासर वितरिका पर शोभासर गांव में दो जलाशय निर्मित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि बीकानेर शहर की वर्ष 2021 तक की पेयजल मांग की आपूर्ति के लिए इन जलाशयों सहित जल योजना के अन्य अवयवों का अभिकल्पन किये जाने के कारण, इन जलाशयों से विधानसभा क्षेत्र, खाजूवाला के वर्णित ग्रामों सहित अन्य ग्रामों को जोड़ा जाना तकनीकी रूप से व्यावहारिक नहीं है। उन्होंने ग्रामवार पेयजल आपूर्ति का विवरण सदन के पटल पर रखा।