अजमेर। दीपावली के उपलक्ष्य में आचार्य वसुनन्दी मुनिराज के पावन सान्निध्य में बुधवार को मदार स्थित श्रीजिन शासन तीर्थ क्षेत्र के लाल मंदिर में भगवान महावीर स्वामी का निर्वाण कल्याणक उत्सव मनाया गया।
उत्सव के दौरान अशोक कुमार विनीत कुमार जैन की ओर से भगवान महावीर स्वामी की प्रतिमा के समक्ष 24 किलो का निर्वाण लाडू अर्पित किया गया। कार्यक्रम स्थल पर पावापुरी की मनोहारी काल्पनिक रचना की गई।
महावीर स्वामी ने कार्तिक कृष्ण अमावस्या के दिन ही स्वाति नक्षत्र में कैवल्य ज्ञान प्राप्त करके निर्वाण प्राप्त किया था। प्रतिवर्ष दीपावली के दिन जैन धर्म में दीपमालिका सजाकर भगवान महावीर का निर्वाणोत्सव मनाया जाता है।
कार्तिक अमावस्या के दिन भगवान महावीर स्वामी को पावापुरी में मोक्ष प्राप्त किया था। इस दिन को जैन समाज उत्सव के रूप में मनाता है। कहा जाता है कि भगवान के मोक्ष के समय चहूं ओर दीपकों का प्रकाश फैल गया था।
उत्सव के मौके पर मुनिराज ने कहा कि जिस तरह भगवान महावीर स्वामी ने पूरे विश्व को जिओ और जीने दो, खुद आनंद से रहो तथा दूसरों को भी आनंद से रहने दो का संदेश दिया हमें उसी के अनुरूप अपने जीवन में पालना करनी चाहिए। संसार के हर जीव के प्रति करुणा का भाव रखें तथा जीव दया यानी प्राणीमात्र के प्रति हिंसा न करें।
उन्होंने कहा कि दीपावली पर कतिपय लोग पटाखे चलाते हैं, इससे भी जीव हिंसा होती है। हमें पटाखे नहीं चलाने चाहिए। इसकी तेज आवाज तथा धमाकों से भी हिंसा होती है, जीव जंतु भयभीत होते हैं।
इस अवसर पर वीरेन्द्र बाडमेर, विनीत जैन, राहुल जैन, लोकेश जैन, एडवोेकेट अशोक जैन, सुभाष जैन, योगेश अंकित जैन, सुरेश नायर समेत बडी संख्या में जैन धर्मावलंबी उपस्थित रहे।