जयपुर । राजस्थान के उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी ने राज्य में गुणवत्तापूर्ण रोजगारोन्मुखी शिक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता बताते हुए कहा है कि उच्च शिक्षा संस्थानों में भयमुक्त वातावरण के लिए महाविद्यालयों में आंतरिक शिकायत समितियों का गठन किया जाएगा।
भाटी ने आज यहां शिक्षा संकुल स्थित कॉलेज आयुक्तालय के ई-स्टूडियो से प्रदेश के चालीस महाविद्यालयों में नि:शुल्क कोचिंग कक्षाओं की ई-क्लासेज की शुरुआत करने के मौके पर कहा कि सभी राजकीय महाविद्यालयों में विद्यार्थी परामर्श केन्द्र स्थापित किए जाएंगे ताकि विद्यार्थी पढ़ाई के साथ भविष्य के लिए रोजगार मार्गदर्शन भी प्राप्त कर सके।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के जन घोषणा पत्र में महाविद्यालयों में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क कोचिंग की बात कही गयी थी। इसकी आज 40 कॉलेजों से शुरुआत कर दी गयी है। उन्होंने कहा कि प्रयास रहेगा कि आगामी एक महीने में प्रदेश के सभी 252 महाविद्यालयों में प्रतियोगिता दक्षता परियोजना को चरणबद्ध लागू कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राजकीय महाविद्यालयों में प्रतिभावान और उच्च शिक्षा प्राप्त शिक्षक कार्यरत हैं। इनकी मदद से विद्यार्थियों को उनकी नियमित शिक्षा के साथ भविष्य के लिए रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करने की यह महत्ती पहल है। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर उनके भविष्य को सुनहरा बनाने में राज्य सरकार के उद्देश्य में सहभागी बनना चाहिए।