पटना। शिक्षा एवं नौकरी में जाति आधारित आरक्षण के विरोध में सोशल मीडिया के माध्यम से आयोजित भारत बंद का मंगलवार को बिहार में व्यापक असर दिखा, कई स्थानों पर हिंसक प्रदर्शन हुये तो कई जगहों पर गोलीबारी भी हुई।
राजधानी पटना में आम दिनों की अपेक्षा सड़कों पर वाहन काफी कम दिखे वहीं कई निजी विद्यालय बंद रहे। बाजार में भी कम भीड़ रही।
गया से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार आक्रोशित लोगों ने सुबह से ही सड़क पर आगजनी कर आवागमन बाधित कर दिया। गया-बोधगया सड़क मार्ग के केंदुई गांव के निकट आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने आगजनी कर मार्ग पर यातायात बाधित कर दिया। बंद के मद्देनजर गया रेलवे स्टेशन परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था।
मुख्य चौक चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी। इसके अलावा बंद समर्थकों ने चंदौती मोड़, कोचर पेट्रोल पंप, गया-बोधगया रोड बाईपास, गया-पटना मुख्य सड़क मार्ग के कंडी नवादा गांव समेत अन्य प्रमुख मार्गों पर आगजनी कर विरोध जताया।
वहीं, मानपुर प्रखंड में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लक्खीबाग, सिद्धार्थ पुरी और शिवपुरी कॉलोनी के समीप बंद समर्थकों ने सड़क जाम कर दिया। जाम समाप्त कराने गए पुलिस बल और बंद समर्थकों के बीच झड़प हो गई।
बंद समर्थकों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसमें वजीरगंज कैंप के पुलिस उपाधीक्षक अभिजीत सिंह समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी। इस दौरान पुलिस ने लगभग 15 लोगों को हिरासत में लिया है।