नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लंबे इंतजार के बाद भारत में निर्मित कोविड टीके ‘कोवैक्सिन’ को मंजूरी दे दी है। अब यह टीका कोविड महामारी के बचाव के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की ‘आपात टीका सूची’ में शामिल हो जाएगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को यहां बताया कि संगठन की तकनीकी समिति की बैठक में कोवैक्सिन का अनुमोदन करने का फैसला किया गया।
कोवैक्सिन कोविड टीका भारतीय कंपनी भारत बायोटेक ने निर्मित किया है और पूरी तरह से स्वदेशी है। कोवैक्सिन को विश्व स्वास्थ्य संगठन की मंजूरी के लिए लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा और बातचीत के कई दौर चले।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने कोवैक्सिन को विश्व स्वास्थ्य संगठन की मंजूरी मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है कि यह भारत के समर्थ नेतृत्व की निशानी है। यह मोदी जी के संकल्प की कहानी है। यह देशवासियों के विश्वास की ज़ुबानी है। यह आत्मनिर्भर भारत की दिवाली है। मांडविया ने कोवैक्सिन को मंजूरी देने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन का आभार भी व्यक्त किया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन में दक्षिण पूर्वी एशिया की क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रपाल सिंह ने कोवैक्सिन को मंजूरी मिलने के लिये भारत को शुभकामनाएं दी है। कोवैक्सिन को विश्व स्वास्थ्य संगठन की मंजूरी मिलने के बाद अब कोवैक्सिन टीके लिए व्यक्ति को अंतरराष्ट्रीय यात्रा में सुविधा होगी।
इस बीच केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने भारतीय कोविड टीके कोवैक्सिन के प्रयोग करने की अवधि निर्माण तिथि से 12 माह कर दी है।
कोवैक्सिन की निर्माता कंपनी भारत बायोटेक ने बुधवार काे यहां बताया कि कोवैक्सिन कोविड टीके के प्रयोग करने की अवधि को 12 महीने करने के प्रस्ताव को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की मंजूरी मिल गई है।
भारत बायोटेक ने कहा है कि यह मंजूरी नए आंकड़ों और अध्ययन के आधार पर दी गई है। इसके लिए सभी आवश्यक दस्तावेज केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन को उपलब्ध कराए गए थे।