सवाईमाधोपुर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा मंगलवार को सुबह राजस्थान में सवाईमाधोपुर जिले के जीनापुर से शुरू हुई और इस दौरान राहुल गांधी ने मुस्लिम एवं दलित युवाओं के समूह के साथ बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनी तथा उन्हें समाधान का भरोसा दिलाया वहीं शाम के सत्र में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स एवं अंत्रप्रेनोर तथा आदिवासी समुदाय के युवा उनके साथ यात्रा में चले।
यात्रा के सुबह के सत्र में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित कांग्रेस के अन्य कई नेता एवं पदाधिकारी राहुल गांधी के साथ चले। यात्रा में सूरवाल बाइपास तक हजारों की संख्या में लोग यात्रा में शामिल हुए और स्थानीय लोगों में यात्रा को लेकर ज़बरदस्त उत्साह दिखा।
इस दौरान चलते हुए राहुल गांधी ने दो समूह के साथ बातचीत की। मुस्लिम युवाओं के एक समूह ने राहुल गांधी के समक्ष केंद्र सरकार द्वारा मौलाना आजाद नेशनल फैलोशिप बंद किए जाने सहित कई मुद्दे उठाए। दूसरी बातचीत दलित युवाओं के एक समूह के साथ हुई। इस समूह के युवाओं ने विशेष रुप से भाजपा सरकार द्वारा दो अप्रैल 2018 को भारत बंद के दौरान अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लोगों पर दर्ज़ मुकदमों एवं ज़मीन से जुड़े मुद्दे उठाए। दोनों समूहों की बातों को गंभीरता से सुनने के बाद राहुल गांधी ने साथ चल रहे प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से राज्य से जुड़े मुद्दों पर मुख्यमंत्री से बात करके कार्रवाई करने को कहा।
दोपहर में यात्रा के विश्राम के समय राहुल गांधी ने राजस्थान में दलित समुदाय के विकास एवं कल्याण के लिए काम कर रहे अंबेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसायटी, सेंटर फॉर दलित राइट्स, राजस्थान बाल्मीकि मंच, उड़ान मानव सेवा समिति, आगाज़ फाउंडेशन, राइट्स रिसॉर्स सेंटर, अंबेडकर स्टडी सेंटर-जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधियों एवं इस समुदाय से जुड़े कई अन्य लोगों से बातचीत की। बातचीत के दौरान इन लोगों ने राजस्थान कांग्रेस सरकार द्वारा दलितों के उत्थान के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की और कुछ बेहतर सुझाव दिए और राहुल गांधी के समक्ष कुछ मांगे भी रखी गई।
राहुल गांधी ने उनकी बातें सुनी और साथ बैठे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से राज्य स्तर की जो समस्याएं थी उनके समाधान का अनुरोध किया। राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान को संविधान दलितों ने दिया, इसे कभी भूलना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का जो पावर स्ट्रक्चर है, चाहे वो प्रशासन, जुडिशियरी या मीडिया हो उनमें एससी,एसटी और ओबीसी की भागीदारी उतनी नहीं है जितनी होनी चाहिए। बाबासाहेब अंबेडकर के दिखाए रास्तों पर चलकर ही इस स्थिति को बदला जा सकता है।
उन्होंने कहा कि अंबेडकर ने कभी नहीं कहा था कि उनकी पूजा की जाए। उन्होंने इसका विरोध किया था। लेकिन आज दलित समाज के लोग उनकी पूजा तो कर रहे हैं लेकिन उनके दिखाए रास्ते पर उस तरह से नहीं चल रहा है जिस तरह चलना चाहिए। उन्होंने वहां मौजूद सभी से बाबासाहेब के दिखाए रास्ते पर चलने को कहा।
यात्रा के विश्राम के समय कांग्रेस सांसद एवं पार्टी के संचार प्रभारी जयराम रमेश ने डोटासरा और अन्य नेताओं के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि सवाईमाधोपुर में जिस तरह से भारत जोड़ो यात्रा का स्वागत हुआ है वैसा बहुत कम राज्यों में हुआ है। सुबह पौने छह बजे से क़रीब दस बजे तक ज़बरदस्त हूजूम यात्रा के स्वागत के लिए आया था। इसमें 60 प्रतिशत से ज़्यादा महिलाएं थी।
रमेश ने बताया कि 16 दिसंबर को यात्रा का 100वां दिन होगा और इस विशेष अवसर पर शुक्रवार को राहुल गांधी दोपहर एक बजे दौसा ज़िले में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह शाम को साढ़े छह बजे जयपुर में भारत जोड़ो संगीत समारोह में शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि 16 दिसंबर को हिमाचल के सभी कांग्रेस विधायक और वहां के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे। 19 दिसंबर को अलवर में एक विशाल रैली का आयोजन भी किया जाएगा।
इस अवसर पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में बच्चे, वृद्ध, युवा, महिला तथा सभी धर्म एवं जाति के लोग एक साथ भारत जोड़ो यात्रा में चल रहे हैं। यहां कोई भेदभाव नहीं है। यही वह भारत है जिसकी परिकल्पना आज़ादी के दीवानों एवं महात्मा गांधी ने की थी। उन्होंने कहा कि पिछले आठ सालों में देश में नफ़रत एवं निराशा का जो माहौल बना है उसने देश को नुक़सान पहुंचाया है। लोगों को लग रहा था कि उनकी कोई सुनने वाला नहीं है। ऐसे में राहुल गांधी से उम्मीद जगी है। लोगों को लग रहा है कि कोई तो है जो उनकी सुनने निकला है।
उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान राजस्थान सरकार से संबंधित जो मुद्दे आ रहे हैं उन सभी मुद्दों को हम नोट कर रहे हैं। भारत जोड़ो यात्रा समाप्त होने के बाद हम तय करेंगे कि कैसे इनका समाधान किया या बजट में कैसे इन्हें शामिल किया जाए। विधायक इंदिरा मीणा ने बताया कि 12 दिसंबर को महिलाएं राहुल गांधी के साथ चलीं। यात्रा के दौरान उन्होंने जिस बारीकी से महिलाओं की समस्याओं, परेशानियों और उनकी बातों को सुना वह दिखाता है कि उनकी नज़र में सब बराबर है। वह सबको साथ लेकर आगे बढ़ना चाहते हैं। राहुल गांधी ने नफ़रत छोड़ो, भारत जोड़ों का जो नारा दिया है उसमें गहरा संदेश छुपा हुआ है। सभी को इस संदेश को समझने की ज़रूरत है।
पूर्व मंत्री नमो नारायण मीणा ने कहा कि हर यात्रा का एक मकसद होता है और भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य शांति, प्रेम एवं भाईचारे का संदेश देना और आम लोगों से जुड़े मुद्दों को उठाना है। आज पढ़े-लिखे युवाओं को रोज़गार नहीं मिल रहा है। किसानों को उनके फ़सल की सही कीमत नहीं मिल रही है। मोदी सरकार के सभी वादे झूठे साबित हुए हैं। सरकार की गलत नीतियों से हर वर्ग के लोग परेशान हैं। सभी राहुल गांधी को उम्मीद भरी नज़रों से देख रहे हैं। उन्हें लगता है कि यह आदमी झूठ नहीं बोलता। यही हमारी समस्याओं का समाधान कर सकता है।