अजमेर। हमारी पहचान भाषा, संस्कृति, धार्मिक स्थानों व महापुरूषों के प्रेरणादायी स्थलों से है। हमें आत्मविश्वास से परमार्थी बनकर सेवा करनी है और सभी मिलकर भारत माता को परम वैभव पर ले जाने में सहयोगी बनेंगें। अभी हम सिन्ध स्मृति दिवस का आयोजन कर रहे हैं परन्तु जल्द ही हम भारत अखण्ड दिवस मनाएंगे। ये विचार मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचार प्रमुख निरंजन शर्मा ने भारतीय सिन्धु सभा वैशाली नगर की ओर सिन्ध स्मृति दिवस की संगोष्ठी में झूलेलाल मन्दिर में प्रकट किए।
प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि राज्यभर में प्रत्येक ईकाई की ओर से स्थानीय पंचायतों के साथ सामाजिक व धार्मिक संगठनों के सहयोग से ऐसे आयोजन हो रहे हैं। सिन्धी समाज महासमिति के अध्यक्ष कवंलप्रकाश किशनानी ने कहा कि महाराजा दाहरसेन सहित पूरे परिवार के बलिदान से प्रेरणा लेनी है और आगामी 25 अगस्त को महाराजा दाहरसेन की जयंती के उपलक्ष में स्मारक पर आयोजित देशभक्ति आधारित कार्यक्रम में हम सबकी भागीदारी निश्चित हो।
संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए मन्दिर अध्यक्ष प्रकाश जेठरा व अतिथि वैशाली सिन्धी सेवा समिति के अध्यक्ष जीडी वृदांणी ने कहा कि विद्यार्थियों के लिए जो बाल संस्कार शिविर आयोजित किए जा रहे हैं उसके जरिए बच्चों को देशभक्ति और नैतिक जिम्मेदारी को समझाने में सफल हुए हैं। वर्षभर ऐसे कार्यक्रमों की श्रृंखला चल रही है।
संगोष्ठी में भारत माता पूजन व बुजूर्गों का सम्मान किया गया। गोष्ठी का शुभारंभ ईष्टदेव झूलेलाल,भारत माता, सिन्ध के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन से की गई। मशहूर कलाकार होतचंद मोरियाणी के निर्देशन में मुस्कान कोटवाणी, पूनम लालवाणी, श्वेता शर्मा, सोनिया पंजवाणी व सोनी वाघाणी ने गीत व कविता पाठ किया।
स्वागत भाषण सचिव पुरूषोतम जगवाणी ने दिया तथा आभार अध्यक्ष किशन केवलाणी ने प्रकट किया। मंच का संचालन संगठन मंत्री मोहन कोटवाणी ने किया। सामूहिक राष्ट्रगान से समापन किया गया। स्वतंत्रता दिवस व रक्षा बंधन की बधाईयां दी गई।
संगोष्ठी में भगवान पुरसवाणी, हशू आसवाणी, हरि चांदवाणी, ज्ञानी मोटवाणी, मंजू लालवाणी, शंकर टिलवाणी, रमेश मेंघाणी, दयाल प्रियाणी, मुकेश आहूजा, अशोक टेवाणी, मनोज मेंघाणी, जयप्रकाश मंघाणी, दौलतराम थदाणी, भविष्य भागचंदाणी सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।
भारतीय सिन्धु सभा अजयनगर
इससे पूर्व विभिन्न ईकाईयों ने अखण्ड भारत के इतिहास के साथ सिन्धु घाटी सभ्यता संस्कृति के गौरवमयी गाथा की जानकारी दी गई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त प्रचार प्रमुख राजेन्द्र लालवाणी ने भारतीय सिन्धु सभा अजयनगर की ओर सिन्ध स्मृति दिवस की संगोष्ठी में कहा कि निरंतर ऐसे प्रयास होते रहें और प्रार्थना करें कि सिन्ध मिलकर अखण्ड भारत बने।
प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि बुजुर्गों का सम्मान करके उनके त्याग की गाथा से हमें प्रेरणा लेनी है कि सिन्ध के अखण्ड भारत से अलग होकर अपने ही देश में स्थापित होने के लिए कितने कष्ट सहे हैं। अध्यक्षता करते हुए समाजसेवी नारायणदास हरवाणी ने कहा कि महाराजा दाहरसेन जैसे महापुरूषों के बलिदानी जीवन का ज्ञान लेकर इतिहास से जुडे रहे।
संगोष्ठी में भारत माता पूजन व बुजुर्गों का सम्मान किया गया। गोष्ठी का शुभारंभ ईष्टदेव झूलेलाल, भारत माता, सिन्ध के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन से की गई। घनश्याम ठारवाणी भगत, रमेश बालाणी, राम केसवाणी ने गीत व साहित्यकार अशोक मंगलाणी ने कवितायें प्रस्तुत कीे।
स्वागत भाषण रमेश वलीरामाणी व आभार गुल छताणी ने प्रकट किया। मंच का संचालन रमेश बालाणी ने किया। सामूहिक राष्ट्रगान किया गया। स्वतंत्रता दिवस व रक्षा बंधन की बधाईयां दी गई। संगोष्ठी में पार्षद मोहन लालवाणी, भगवान पुरसवाणी, राम केसवाणी, नारायणदास खानचंदाणी, ऋषि मंगलाणी, रमेश नारवाणी नींगर सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।
स्वामी लीलेश्वर महादेव मन्दिर में भारत माता पूजन
धोला भाटा में संगोष्ठी के वक्ता प्रदेश मंत्री युवा मनीष ग्वालाणी ने कहा कि युवाओं को जोडकर राज्यभर में संगोष्ठियां की जा रही है। ईकाई के नंदलाल धनवाणी, अनिल आसवाणी, अमित चैनाणी के साथ सभा के जिलामंत्री मोहन तुलस्यिाणी, कमलेश शर्मा ने भी विचार प्रकट किए। इससे पूर्व भारत माता पूजन व ईष्टदेव झूलेलाल की महाआरती का आयोजन किया गया।
स्वामी सर्वानन्द उ.मा. विद्यालय में विद्यार्थियों ने देशभक्ति का रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। प्राचार्या मंजीत कौर, नरेन्द्र सोनी, रूकमणी वतवाणी, सुनीता भागचंदाणी ने विद्यार्थियों को अवगत कराया कि हम आजादी की सांस ले रहे है परन्तु इसके लिए अनेक वीर महापुरूषों ने बलिदान दिया है परन्तु हमारी पवित्र सिन्ध अलग हुई।
हरि सुन्दर बालिका उ.मा. विद्यालय में विद्यार्थियों द्वारा देश भक्ति कार्यक्रम में प्राचार्या महेश्वरी गोस्वामी ने विचार प्रकट करते हुये आजादी के आंदोलन में शहीद हुए हेमू कालाणी के जीवन से प्रेरणा लेने व राष्ट्रभक्ति का भाव बढाने का आव्हान किया।