
नई दिल्ली। भारत तिब्बत सहयोग मंच की ओर से लोकतंत्र के पावन पर्व पर हमारी भूमिका विषय पर दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इन्द्रेश कुमार ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि चीन पर संसार का कोई भी देश भरोसा नहीं करता, चीन एक धोखेबाज देश है। चीन यदि यह सोचता है पाकिस्तान और आतंकवाद का समर्थन करके वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और लद्दाख को हड़प सकता है तो यह उसकी भूल है।
भारत में अब पहले जैसी सरकार नही है जिस प्रकार भूटान के डोकलाम में चीन को मुंह की खानी पड़ी और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने छिछालेदर हुई है उसको उसे नही भूलना चाहिए। चीन को यह भी याद कर लेना चाहिए कि उसके कड़े विरोध के बावजूद भारत के प्रधानमंत्री स्वयं तो अरुणाचल प्रदेश गए और साथ ही उन्होंने परम् पावन दलाई लामा जी को भी तवांग जाने का अवसर प्रदान कराया।
भारत के नागरिकों को यह तय कर लेना चाहिए कि किस प्रकार सरकार ने अंतरराष्ट्रीय पटल पर भारत का सम्मान बढ़ाया और चीन और पाकिस्तान जैसे धूर्त देशों को उनकी ही भाषा में जवाब देते हुए उन्हें मात दी, लोकतंत्र के पावन पर्व पर हमें ध्यान रखना होगा कि हमें अपना वोट सशक्त और राष्ट्रवादी पार्टी को देना चाहिए।
भारत-तिब्बत सहयोग मंच के राष्ट्रीय महामंत्री पंकज गोयल ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारी संस्कृति और परम्परा पर्व और त्योहार की रही, हम अपने सामाजिक दायित्वों, स्मरणीय अवसरों, नैतिक मूल्यों व समाज व राष्ट्रीय प्रेरणा को पीढ़ी दर पीढ़ी प्रचलित करने के लिए त्योहार और पर्व मनाते हैं, आयोजन करते हैं। उसी तरह से भारतीय लोकतंत्र में चुनाव को भी एक पर्व की तरह मनाना चाहिए। इसे हमे लोकतंत्र के पावन पर्व के रूप में लेना चाहिए।
विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र देश होने के नाते हमारे समाज की ये जिम्मेदारी बनती है कि जिस तरह से हम अपने संस्कृतिक पर्व की तैयारी पहले से करते हैं उसी तरह से हम चुनावी पर्व की तैयारी पहले से करें। इसमें युवाओं पर भी कुछ जिम्मेदारियां बनती हैं।
1. जो मतदाता 18 वर्ष या उससे ऊपर के हों उन्हें अपनी वोट मतदाता सूची में चेक कर लेनी चाहिए, अगर नाम नही है तो उन्हें अपनी वोट बनवानी चाहिए।
2. एक भारतीय मतदाता का यह दायित्व बनता है कि वो जाति, धर्म से ऊपर उठकर राष्ट्रवाद, राष्ट्रप्रेम और राष्ट्र के विकास के लिए मतदान जरूर करें।
3. लोकतंत्र में आपको अपने मत का सही प्रयोग करने का अधिकार है साथ ही यह भी सनद रहे कि हम जिस पार्टी को वोट दे रहे हैं उसकी विचारधारा में आम जनमानस के लिए स्पष्ट दृष्टिकोण है या नही?
जिस पार्टी को आप वोट दें पहले सुनिश्चित कर लें कि क्या वो पार्टी सबका साथ दबका विकास की अवधारणा पर चलती है या नहीं, उस पार्टी का देश की जनता, देश की सेना, देश की सवैधानिक संस्थाओं के प्रति क्या दृष्टिकोण है।
विचार गोष्ठी में भारत तिब्बत सहयोग मंच के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एडवोकेट रविन्द्र गुप्ता, उत्तर क्षेत्र संयोजक एडवोकेट प्रमोद गोयल, उत्तरी क्षेत्र सह संयोजक अनिल मोंगा, राष्ट्रीय महिला महामंत्री सरिता तोमर, रूपा गुप्ता, पार्षद जत्थेदार अवतार सिंह, पूर्व पार्षद शशि तलवार, जगदम्बा सिंह, सुभाष नागर, जयनारायण, अशोक शर्मा, राधेश्याम, दिल्ली प्रांत महिला अध्यक्षा संजना चौधरी, कुलवंत कौर, पुष्पा सिंह, शालिनि राठि, निधि सिंह, शैफाली लाल, नितिन गोयल शशि भूषण शर्मा, अनुराग शर्मा, राजीव गुप्ता, चरण सिंह, मीना खन्ना, सुनीता गुप्ता, निक्की एवं सलमा मंसूरी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित हुए।
मंच का संचालन भारत तिब्बत सहयोग मंच दिल्ली प्रान्त के महामंत्री वीरेंद्र अग्रवाल ने किया।, विशिष्ट अतिथि अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सदस्य लामा जोदपा थे। अध्यक्षता संघ के दिल्ली प्रांत सह प्रांत कार्यवाह दयानंद ने की। पूर्व गृहमंत्री निर्वासित तिब्बत सरकार ग्येरी डोलमा, बीटीएसएम महिला विभाग की संरक्षिका रेखा गुप्ता का सान्निध्य मिला।