धौलपुर। राजपूत, ब्राह्मण, वैश्य, कायस्थ के साथ ही आरक्षण से वंचित अन्य समाज के बच्चों के साथ वर्तमान सरकार ने धोखा किया है। अब जब चुनाव सामने हैं तो वंचित वर्गों को आरक्षण के वादों से लुभाने की कोशिश की जा रही है।
ये बात प्रदेश के वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी ने भारत वाहिनी के प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद पहली बार धौलपुर आगमन और राजाखेड़ा में जनसभा में कही।
उन्होंने कहा कि हम पिछले 14 साल से लगातार वंचित वर्ग के आरक्षण की लड़ाई लड़ रहे हैं, जिसे इस सरकार ने स्वीकृति के बावजूद महज इसलिए दबा रखा है क्योंकि इसे मैंने प्राइवेट मेंबर के तौर पर विधानसभा में पेश किया था।
तिवाड़ी ने लोकायुक्त को लचर कानून बताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार अपने काले कारनामों पर पर्दा डालने के लिए लोकायुक्त का कार्यकाल पांच से आठ साल कर रही है। साथ ही इस विधेयक के बाद लोकायुक्त अपना कार्यकाल पूर्ण करने के बाद तब तक पदासीन रहेगा जब तक की किसी अन्य की नियुक्ती न कर दी जाए।
उन्होंने कहा कि सरकार ने विधानसभा में राजस्थान लोकायुक्त तथा उपलोकायुक्त संशोधन विधेयक 2018 पेश किया है ताकि सरकार चली जाने के तीन साल बाद तक लोकायुक्त उसका बचाव करता रहे। तिवाड़ी ने कहा कि लोकायुक्त वर्तमान में नख—दंत विहीन संस्था है जिसके पास सीएम एवं मंत्रियों की शिकायतों की जांच का अधिकार सबंधित विभाग को रीकमंड करने तक ही सीमित है।
तिवाड़ी ने कहा कि लोकायुक्त का कार्यकाल बढ़ाने के लिए राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश व विपक्ष के नेता की सलाह लेना भी अनिवार्य था मगर सरकार ने नहीं ली।
घनश्याम तिवाड़ी के आगमन पर सरेंधी, रजौरा, सेपाऊ, तसिमो व अन्य सौ से ज़्यादा स्थानों पर भव्य स्वागत हुआ। इस दौरान प्रमोद शर्मा, विप्र संजीव, संदीप वात्सल्य, अंकित शर्मा, जय सिंह गुर्जर समेत सैकड़ों की तादात में कार्यकर्ता मौजूद थे।