जयपुर। भारतीय मजदूर संघ देशभर में श्रमिकों के लिए केन्द्रीय बजट में कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाने के खिलाफ दिनांक 20 फरवरी को काला दिवस के रुप में मनाएगा। राज्य भर के सभी 33 जिलों के औद्योगिक संस्थानों एवं क्षेत्रो में कार्यरत श्रमिक मागों के संबन्ध में काला बैज एवं काली पट्टीयां धारण करेंगे।
भारतीय मजदूर संघ 26 एवं 27 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाले भारतीय श्रम सम्मेलन का भी बहिष्कार करेंगे। इसी दिन देश भर में प्रदर्शन एवं धरना भी देंगे। विज्ञान भवन नई दिल्ली में 26-27 फरवरी को होने वाले भारतीय श्रम सम्मेलन के समक्ष भारी विरोध प्रदर्शन करेंगे।
भारतीय मजदूर संघ की प्रमुख मांगों में असंगठित श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा देने, ईपीएफ पेंशन 1000 रुपए से बढ़ाकर 5000 रुपए प्रतिमाह देने, जीएसटी के कारण प्रभावित श्रम कल्याण बोर्डों के लिए शेष राशि की प्रतिपूर्ति, बीमार उद्योगों को पुनर्जीवित करने, 5 लाख रुपए तक के वेतन भोगी वर्गो के लिए आयकर की छूट बढ़ाने की है। अन्य मागों में लेबर ला रिफार्म्स, समान कार्य के लिए समान वेतन, ठेका श्रमिकों की समस्याओं का समाधान शामिल है।