नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े भारतीय मजदूर संघ ( बीएमएस) ने मोदी सरकार की आर्थिक और विनिवेश नीतियों के खिलाफ 28 अक्टूबर को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा करते हुए कहा है कि संगठन ‘वोट पर चोट’ करेगा।
बीएमएस के राष्ट्रीय सचिव गिरीशचंद्र आर्य ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार की आर्थिक नीतियां जनहित के अनुकूल नहीं है। राष्ट्रीय परिसंपत्तियों को बेचने का दीर्घकालिक नुकसान हाेगा।
उन्होेंने कहा कि सरकार से सार्वजनिक उपक्रमों को बेचने, सरकारी उपक्रमों में विदेशी पूंजी की सीमा बढ़ाने, बैंकों का निजीकरण करने आदि से संबंधित मुद्दों पर कई बार प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत की गयी है लेकिन सरकारी की आर्थिक नीतियों में कोई बदलाव नहीं आया है। सरकार अपने रुख पर अड़ी हुई है।
उन्होंने कहा कि आर्थिक नीतियों में बदलाव के लिए सरकार पर दबाव बनाने के प्रयास के तहत बीएमएस 28 अक्टूबर को देशभर में विरोध प्रदर्शन करेगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपेगा। उन्होंने कहा कि ये विरोध प्रदर्शन औद्योगिक क्षेत्र, जिला मुख्यालयों, राज्य की राजधानियों और राष्ट्रीय राजधानी में किये जाएगें।
उन्होंने कहा कि बीएमएस सरकार की नीतियों में बदलाव के लिए अगले वित्त वर्ष के लिए पेश होने वाले आम बजट तक प्रतीक्षा करेगा। उन्होंने कहा की अगर सरकार की आर्थिक एवं विनिवेश संबंधी नीतियों में जनहित में कोई बदलाव नहीं होता है तो बीएमएस जन आंदोलन करते हुए ‘ वोट पर चोट’ करेगा।