अलवर। संगठन का कार्य करते हुए हम अपने संकल्प का स्मरण करने के लिए बार बार अभ्यास वर्ग का आयोजन करते हैं। मनुष्य का स्वभाव है सेवा करना और हमें मनुष्य बनना है मनुष्यता के साथ इंसानियत के साथ मानवता के साथ, यही स्वभाव हो कार्यकर्ता का।
ऐसा मार्गदर्शन भारतीय सिन्धु सभा की ओर से स्वामी लीलाशाह कुटिया, खैरथल, अलवर में दो दिवसीय सामाजिक कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग के समापन अवसर पर मार्गदर्शक कैलाशचन्द ने दिया। उन्होंने कहा कि सिन्ध के बिना हिन्द अधूरा है सिन्ध मिलकर अखण्ड भारत बनेगा यही संकल्प हमें स्मरण रहे व युवा पीढी को भी स्मरण कराना है।
प्रदेश प्रचार सचिव दिलीप पारवाणी ने बताया कि इस अवसर पर राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी (अजमेर), प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी (जयपुर) व छतीसगढ के प्रदेशाध्यक्ष कन्हैयालाल छुगाणी ने अलग अलग सत्रों में संगठनात्मक चर्चा करते हुए कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता ही समाज की सक्रियता से सेवा कर बुराईयों को समाप्त कर सकता है। हम सभी जिम्मेदार कार्यकर्ता हैं हमें सदैव नियमित सेवा के लिए समय देना है।
प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी ने कहा कि प्रदेश से आने वाले कार्यकर्ताओं के लिए जयपुर में कार्यालय भवन निर्माण कराना है साथ ही युवाओं के लिए यूथ हाॅस्टल भी उपलब्ध कराना है जिसमें सिन्धु सभ्यता संस्कृति की झलक के साथ कार्यक्रम आयोजन के लिए आडिटोरियम का निर्माण कराने की योजना पर कार्य चल रहा है जिसमें प्रदेशभर से सहयोग प्राप्त होगा।
पूज्य सिन्धी पंचायत अलवर के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश रोघा ने कहा कि सिन्धु सभा के तय कार्यक्रमों में पंचायतों के साथ सामाजिक संगठनों का पूर्ण सहयोग है और उनके मार्गदर्शन में युवा पीढी संस्कारवान हो रही है। पंचायत की ओर सामाजिक कुरीतियों की रोकथाम की जा रही है जिसके सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं।
श्रीझूलेलाल मन्दिर के संरक्षक सीतलदास, किशनगढबास झूलेलाल मन्दिर के बाबा बाबूलाल, राजस्थान सिन्धी अकादमी के सचिव ईश्वरदास मोरवाणी, पार्षद मुकेश लखवाणी, शोेभा बसंताणी ने भी अपने विचार प्रकट किए। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष टीकमदास पारवाणी (युवा) बीकानेर ने प्रत्येक ईकाई में युवाओं को सक्रियता से जोडने के विचार रखे।
संभाग प्रभारी गिरधारीलाल ज्ञानाणी ने बताया कि विभिन्न जिलों व तहसील ईकाईयों के प्रतिनिधि, पूज्य सिन्धी पंचायत के पदाधिकारी व सामाजिक व धार्मिक संगठनों के 267 प्रतिनिधि उपस्थित थे।
अभ्यास वर्ग में आए विद्यार्थी, युवा व मातृशक्ति के प्रतिनिधियों को शिक्षाविद् व प्रशासनिक अधिकारियों ने अलग अलग विषयों की विस्तृत जानकारी दी जिसमें वाणिज्य में हरीश शाही, सांईस में अशोक केसवाणी, कला विषयों पर भगवानदास दादवाणी, अनिल मंगताणी, दीपक चांदवाणी व विधि विषय में राहुल माथुर ने स्क्रिन पर सूचीबद्ध जानकारी दी।
जिलाध्यक्ष गोरधनदास ने बताया सांस्कृतिक कार्यक्रम सिन्धी बाल संस्कार शिविर में तैयार विद्यार्थियों व राजस्थान सिन्धी अकादमी की ओर से विजेता सिन्धी आइडल दीपक लखवाणी व मण्डली के साथ राजकुमार दादलाणी ने गीतों व भजनों की प्रस्तुति पर सभी को झुमाया।
अलग अलग सत्रों में वक्ताओं ने विचार रखते हुए कहा कि पूज्य सिन्धी पंचायतों के सक्रियता से समाज में जोडने के साथ सामाजिक कुरीतियों को भी मिटाने के प्रयास हो रहे हैं। समाज में धर्मातंरण को रोकने के लिए भी सामूहिक प्रयास किए जा रहे हैं।
सत्र में प्रताप कटारा, चिनीशा, ईश्वर मोरवाणी, किशन गुरबाणी, नारायणदास परनामी, अमरदास ज्ञानाणी, शिशुपाल, लक्षमणदास मंगलाणी, किशन छताणी, पुरषोतम लख्याणी, प्रताप खठेरा, मुलचंद बसंताणी, नवलकिशोर गुरनाणी, लोकचन्द हरिरामाणी, मनीष ककवाणी, वासदेव दासवाणी, गोपाल लालवाणी ने भी अपने विचार प्रकट किए। कुटिया पर पूर्ण सेवा व सहयोग करने वाले घनश्याम चंचलाणी व पीताम्बर मंघवाणी का सम्मान किया गया।
महानगर अध्यक्ष डाॅ. कैलाश शिवलाणी ने बताया कि अभ्यास वर्ग में सम्मिलित होने वाले कार्यकर्ताओं में युवा व महिला प्रतिनिधि भी सम्मिलित हुए। उन्होंने महाराज भरतहरि के पवित्र मन्दिर के दर्शन के साथ विराटनगर में भी भ्रमण किया।
दो दिवसीय आयोजन का शुभारंभ ईष्टदेव झूलेलाल, स्वामी लीलाशाह, महाराजा दाहरसेन व सिन्ध के चित्र पर दीप प्रज्जवलन व माल्यार्पण से किया गया। संगठन गीत अशोक रावताणी ने प्रस्तुत किया। समापन सामूहिक राष्ट्रगान से किया गया व आभार संभाग प्रभारी गिरधारीलाल ज्ञानाणी ने प्रकट किया।