अलवर। राजस्थान के अलवर मेें प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले लोक देवता भर्तहरि बाबा के तीन दिवसीय लक्खी मेले का शनिवार को विधिवत रूप से आगाज हो गया। बाबा भर्तहरि बाबा की आरती एवं ध्वज चढ़ाकर मेले की शुरुआत की गई।
मेले में आए मुख्य अतिथियों ने नाथ पंथ के साधु महाराज अनंतनाथ ,पूर्व विधायक टीकाराम जूली समाजसेवी प्रेम पटेल, सुवालाल गुर्जर सरपंच और मेला कमेटी संयोजक पदमचंद मुंशी ने भर्तहरि बाबा की समाधि स्थल तक जाकर बाबा की प्रतिमा पर ध्वजा चढ़ा कर मेले का शुभारंभ किया।
जिले की पहचान लोक देवता भर्तहरि बाबा का मेला जो नाथ पंथ के साधु महात्माओं की जमात के लिए जाना जाता है मेला भादो मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को भरा जाता है मेले के दौरान दूर दूर से श्रद्धालु आकर बाबा के दर्शन करते हैं। जिसमें पदयात्रा सवामणी या दंडोतिया लगाकर श्रद्धालु आस्था पूर्वक आते है और महिलाएं नाचती कूदती और लोक गीतों को गाते हुए मेले जाती है।
इस माह बाबा की मान्यता अधिक हो जाती है और देखा जाए तो बाबा का मेला दो महीनों पहले से शुरू हो जाता है जिसमें श्रद्धालु ध्वज यात्रा पदयात्रा कर बाबा के पहुंचते हैं और यह मेला धीरे-धीरे देशभर में अब आकर्षण का केंद्र बना है जिसमें श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर अपनी मन्नतें मांगते हैं।
मेले के दौरान पुलिस और प्रशासन व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम रहते हैं और मेले का समापन 18 सितम्बर को होगा। मेले देखते हुए रोडवेज विभाग ने भी बसों का आज से संचालन कर दिया है जहां आज से श्रद्धालु बसों द्वारा भर्तहरि धाम पहुंचने लगे हैं।