अजमेर। बीसलपुर के पानी पर अजमेर हक को लेकर अजमेर के राजनेता, और जनता भले ही चुप्पी साधे हुए हों, लेकिन अब किसानों ने इसे आंदोलन का रूप देने का निर्णय किया है।
बुधवार को पुलिस लाइन स्थित रावत धर्मशाला में जिलाध्यक्ष राजेश शर्मा की अध्यक्षता व प्रांत संगठन मंत्री परमानंद के मार्गदर्शन में हुई भारतीय किसान संघ अजमेर की कार्यकारिणी बैठक में बीसलपुर के पानी पर हक का मुद्दा जोर शोर से उठाया गया।
सभी का कहना था कि बीसलपुर परियोजना के अन्तर्गत अजमेर जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बीसलपुर पेयजल योजना में तय पानी नहीं दिया जा रहा। कृषि संचित जल मुहैया कराने में भी हक मारा जा रहा है। अजमेर में पेयजल संकट को दूर करने के लिए अस्त्तिव में लाई गई बीसलपुर योजना अर्थहीन साबित हो रही है, जबकि अजमेर का हक मारकर जयपुर में अधिक मात्रा में जलापूर्ति की जा रही है।
बीसलपुर के पानी की जिले में सप्लाई को लेकर बरते जा रहे भेदभाव के खिलाफ भारतीय किसान संघ ने आंदोलन करना तय किया है। इसके प्रथम चरण में तहसील स्तर तक ज्ञापन सौंपे जाएंगे। इतना ही नहीं बल्कि किसान की मांग है कि बांध में बांध में पानी की अधिक आवक होने पर उसे सिंचाई के लिए उपलब्ध कराया जाए।
एडीए की गलती से किसान तंग
अजमेर तहसील अध्यक्ष हीरालाल रावत द्वारा हाल ही में सेटलमेंट के कारण काश्तकारों की भूमि सिवाय चक कर अजमेर विकास प्राधिकरण के नाम ट्रांसफर करने व गलत इंद्राज के कारण एक काश्तकार की भूमि दूसरे काश्तकार के नाम होने से विवाद उठ खडे हुए। खोजबीन करने पर बडे नक्शे में बडी त्रुटि पाई गई है। इसे दुरूस्त करने की व्यवस्था अतिशीघ्र किए जाने की मांग भी उठाई गई। बैठक का संचालन युवा शाखा प्रमुख रोशन प्रकाश ने किया।