बुरहानपुर। महाराष्ट्र के भीमा-कोरेगांव गांव में हुई हिंसा की आग चौथे दिन पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश तक पहुंच गई। मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले में गुरुवार को दलित संगठनों द्वारा बुलाए गए बंद के दौरान रैली निकाल रहे लोगों ने 10 से अधिक बसों और अन्य वाहनों में तोड़फोड़ कर दी। पुलिस ने आठ लोगों को हिरासत में लिया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश सगर ने बताया कि कुछ लोग अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व (एसडीएम) को ज्ञापन देकर जुलूस की शक्ल में लौट रहे थे, तभी उनमें से कुछ ने सड़क किनारे खड़ी बसों सहित अन्य वाहनों में तोड़फोड़ कर दी। इस मामले में आठ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
भीमा-कोरेगांव गांव में हुई हिंसक घटना के खिलाफ दलितों ने गुरुवार को बुरहानपुर बंद का आह्वान किया था। महाराष्ट्र के भीमा-कोरेगांव में आंग्ल-मराठा युद्ध की 200वीं वर्षगांठ पर दलित समाज द्वारा एक जनवरी को आयोजित गए कार्यक्रम के दौरान हिंदू एकता महासभा के सदस्यों ने पत्थरों और लाठियों से हमला किया, जिसमें एक दलित युवक की मौत हो गई। इस हमले के विरोध में दलित संगठनों ने बुधवार को महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया था।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बुरहानपुर में बस स्टैंड पर रैली के दौरान गुस्साए लोगों ने यात्री बसों और अन्य वाहनों में तोड़फोड़ की। आंदोलनकारियों ने एक दिन पहले प्रशासन और बस संचालकों को ज्ञापन देकर गुरुवार को बंद के आह्वान का ऐलान किया था।
महाराष्ट्र की घटना के विरोध में यहां गुरुवार को दलित समुदाय ने बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा के सामने तीन मिनट का मौन रखा और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। लौटते वक्त इन आंदोलनकारियों ने वाहनों में तोड़फोड़ कर दी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के अनुसार, हालात अभी काबू में हैं।