अजमेर। अजमेर डेयरी का दस लाख लीटर प्रतिदिन दूग्ध क्षमता के प्रोसेसिंग प्लांट का भूमि पूजन शुक्रवार को अजमेर डेयरी मुख्य परिसर में डेयरी चेयरमेन रामचन्द्र चौधरी ने किया।
चौधरी ने बताया कि इस दूग्ध प्रोसेसिंग प्लांट को दो भागों में बनाया जाएगा। पहले चरण में सिविल कार्य का होगा, जिसकी कुल लागत 55 करोड़ रुपए होगी तथा दूसरे चरण में मशीनरी कार्य किया जाएगा जिसकी लागत 92 करोड़ रुपए आएगी। प्रोसेसिंग प्लांट की कुल लागत लगभग 145 करोड़ रुपए होगी।
उन्होंने बताया कि मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट ग्रीन बिल्डिग पद्धति पर आधारित होगा। इसके द्वारा पर्यावरण के सभी मानकाें को पूर्ण रूप से अपनाया जाएगा। प्लांट संघ की लगभग 30 बीघा जमीन पर लगाया जाएगा। प्लांट में सभी उपकरण व मशीनें भारत सरकार के उपक्रम आईडीएमसी कम्पनी की लगेगी।
उपरोक्त दोनों कार्य नेशनल डेयरी डवलपमेन्ट बोर्ड आणंद (एनडीडीबी) के दिशा-निर्देशानुसार सम्पादित किया जाएगा। नया प्लांट दिसम्बर 2019 तक बनकर पूर्ण हो जाएगा। इस प्लांट के बन जाने से सरस के विभिन्न गुणवत्तापूर्ण उत्पाद उपभोक्ताओं को मिलेंगे।
इस अवसर पर चौधरी ने एनडीडीबी की कार्य प्रणाली एवं पारदर्शी कार्याे की सराहना करते हुए बताया कि उक्त प्रोजेक्टाें की कुल लागत 307 करोड़ के लगभग आनी थी, लेकिन एनडीडीबी द्वारा किए गए पारदर्शी कार्यों के कारण इनकी कुल लागत लगभगत 260-270 करोड़ रुपए हो गई है एवं संघ को 40 करोड़ रुपए का लाभ हुआ है।
प्रारंभ में अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी, प्रबन्ध संचालक गुलाब भाटिया एवं एनडीडीबी के जेएस गांधी, उप महाप्रबन्धक, संतोष सिंह, डीजीईएमएस एवं जेआरपी इन्फ्रोस्ट्रेक्चर प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक रमेन्द्र जे पारीक एवं कम्पनी के अधिकारियों के साथ संघ के संचालक मण्ड़ल सदस्य रामकन्या जाट, गीता चौधरी, कैलाश चन्द्र शर्मा, छोगालाल जाट, रिद्धकरण जाट आदि ने विधिवत भूमिपूजन किया।