वाराणसी। उत्तर प्रदेश में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदर लाल अस्पताल में यहां की एक नर्स की इलाज के दौरान मृत्यु से नाराज उसके परिजनों एवं नर्सों ने शव के साथ कुलपति आवास पर प्रदर्शन किया।
अधिकारियों के समझाने बुझाने के बाद वह अपने-अपने काम पर लौट गईं, लेकिन अस्पताल प्रशासन के रवैये से यहां की नर्सों में रोष व्याप्त है।
मृतका मंजू ए0 कुमार (35) के परिजनों का आरोप है कि तबीयत बिगड़ने के बाद आईसीयू वार्ड में बेड नहीं दी गई, जिससे बेहतर इलाज नहीं मिलने के कारण उसने सोमवार सुबह दम तोड़ दिया।
कुमार के परिजनों ने बताया कि रविवार रात उल्टी-दस्त होने के बाद उसे अपातकालीन वार्ड में भर्ती करवाया गया था। उसकी हालत में सुधार नहीं होने पर आईसीयू में भर्ती कराने की बार-बार गुहार लगाई गई, लेकिन बेड नहीं दी गई।
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ओपी उपाध्याय ने स्वीकार किया कि आईसीयू में बेड उपलब्ध नहीं होने के कारण भर्ती नहीं किया गया था, लेकिन इलाज में कोताही नहीं बरती गई।