जालंधर। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपेंद्र सिंह उर्फ हनी को रेत खनन और मनी लांड्रिंग के मामले में जालंधर की अदालत ने शुक्रवारको 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने आज तीन दिन की रिमांड अवधि समाप्त होने पर भूपेंद्र सिंह को फिर से अदालत में पेश किया था। अदालत में ईडी के अधिवक्ता ने हनी के रिमांड को सात दिन और बढ़ाने की मांग की लेकिन अदालत ने उनकी दलील को नहीं माना और उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत पर भेज दिया।
उल्लेखनीय है कि हनी को ईडी ने चार फरवरी को गिरफ्तार कर किया था। उसके बाद अदालत ने उसे आठ फरवरी तक ईडी को रिमांड पर सौंप दिया था। इस दौरान ईडी की पूछताछ में हनी ने माना था कि उसने अवैध खनन से जुड़े अधिकारियों के स्थानांतरण करवाकर करोड़ों रुपए वसूले थे। इसके बाद ईडी यह पता लगाने के प्रयास में थी कि यह पैसा असल में किसका है।
जांच एजेंसी ने हनी को आठ फरवरी को अदालत में प्रस्तुत कर उसका रिमांड बढ़ाने की मांग की थी। अदालत ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद हनी का रिमांड 11 फरवरी तक बढ़ा दिया था। इसके बाद अब उसे दोबारा अदालत में प्रस्तुत किया गया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने 12 फरवरी को हनी के मोहाली स्थित घर पर छापामारी करके लगभग आठ करोड़ रुपए जब्त किए थे। उसके दोस्त संदीप के पास से भी दो करोड़ रुपए की धनराशि मिली थी। दोनों ईडी को यह नहीं बता पाए थे कि इतनी बड़ी धनराशि अर्जित करने का उनका स्रोत क्या है।