काठमांडू। नेपाल की निवर्तमान राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी दूसरे कार्यकाल के लिए चुन ली गई हैं और उन्हें निर्वाचक मंडल के कुल मतों में से तीन चौथाई मत हासिल हुए हैं।
वह पहली बार 2015 में राष्ट्रपति निर्वाचित हुई थीं और इस बार उन्हें सीपीएन-यूएमएल तथा सीपीएन (माओवादी केन्द्र) का समर्थन हासिल था जिनकी संघ एवं प्रांतीय विधानसभाओं में अच्छी स्थिति है।
उन्हें इस बार 74 प्रतिशत से अधिक मत हासिल हुए हैं और उनकी प्रतिद्वंदी नेपाली कांग्रेस की उम्मीदवार कुमारी लक्ष्मी राय को मात्र 25 प्रतिशत मत ही मिल सके हैं।
उन्हें 52,501 मतों में से 39,275 मत मिले और उनकी प्रतिद्वंदी को 11,730 वोट मिले। राष्ट्रपति को चुनने वाले निवार्चक मंडल में संसद के दोनों सदनों प्रतिनिधि सभा और नेशनल असेंबली तथा प्रांतीय विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य शामिल हैं।
चुनाव आयोग के प्रवक्ता नाबाराज दाखाल ने बताया कि निर्वाचक मंडल में शामिल 884 सदस्यों में से मात्र 879 ही योग्य वाेटर थे लेकिन 862 ने इसमे हिस्सा लिया।
संसद के एक सदस्य के मत का मूल्य 79 और विधानसभा के सदस्य के मत का मूल्य 48 है। राष्ट्रीय असेंबली के तीन सदस्य इसलिए मतदान नहीं कर पाए क्योंकि उनकी सदस्यता संबंधी मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।