हिसार। हरियाणा के हिसार जिले में भाटला-महजत रोड पर हांसी के निकट 11 लाख रुपए की कथित लूट और कार में जिंदा जलने की झूठी साजिश रचने वाले डिस्पोजल ग्लास फैक्टरी के मालिक और साजिशकर्ता कारोबारी राममेहर ने अपने दोस्त की हत्या कर उसे कार में जलाया था।
हांसी के पुलिस अधीक्षक लोकेन्द्र सिंह ने आज यहां यह खुलासा करते हुये बताया कि राममेहर ने लूट और अपने जिंदा जलकर मौत की साजिश खुद रची थी। अदालत ने राममेहर को सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। डाटा गांव निवासी राममेहर ने कर्ज से मुक्ति पाने के लिए अपनी ही मौत की साजिश रच डाली। इसके लिए उसने अपने ही गांव के रमलू की शराब की नशे में हत्या कर डाली।
उन्होंने बताया कि हांसी पुलिस शुक्रवार देर रात राममेहर को छत्तीसगढ़ से लेकर हांसी पहुंची। शनिवार दोपहर को उसे अदालत में पेश कर सात दिन के रिमांड पर हासिल किया गया। खुलासे में राममेहर ने बताया है कि वह कर्ज से परेशान हो चुका था, जिसके चलते उसने यह साजिश रची।
पूछताछ में उसने खुलासा किया है कि लॉकडाउन के दौरान उसे नुकसान हुआ। वह कर्ज में फंसता चला गया। उसके ऊपर एक करोड़ रूपए से अधिक का कर्ज हो गया। इस दौरान उसके दिमाग में आया कि वह सुसाइड कर ले, या फिर किसी तरह से अपनी मौत दिखा दे, ताकि उसे और उसके परिवार को कर्ज से मुक्ति मिले।
उसकी सारी परेशानियां हल हो जाएं और बीमा क्लेम लेकर वह नई जिंदगी की शुरूआत कर सके। फिर उसके दिमाग में यह आया कि किस तरह वह अपनी झूठी मौत का ड्रामा रखे। जुलाई माह के दौरान उसने भारतीय जीवन बीमा निगम से 50 लाख की बीमा कराया और योजना बनानी शुरू कर दी।
सिंह ने बताया कि गत छह अक्तूबर को वारदात वाले दिन राममेहर शाम को डाटा गांव गया। वहां उसने रमलू के साथ शराब पी। इसके बाद शराब ठेके पर गया, वहां भी शराब पी। फिर रमलू के साथ गाड़ी में सवार होकर भाटला से महजत रोड वारदातस्थल पर गया। गाड़ी साइड में लगाई और वहां भी शराब पी।
राममेहर ने देखा कि जब रमलू पूरी तरह से नशे में डूब चुका है तो उसने अपने हाथों से गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद पाइप लगा कर गाड़ी से प्लास्टिक की बोतल में डीजल भरा और डीजल छिड़क कर गाड़ी में आग लगा दी। इसी बीच राममेहर ने अपने रिश्तेदारों को दिखावे के लिए फोन किया और कहा कि उसके पीछे कुछ लोग लगे हैं, जो उससे पैसे छीन कर उसे जान से मार देंगे।
इस वारदात के बाद राममेहर 15 किलोमीटर तक पैदल चल कर सुबह 4:30 बजे ढाणी कुतुबपुर गांव में पहुंचा। वहां पर पहले से ही अपनी एक महिला मित्र के नाम से खरीदी गई गाड़ी में अपने साथियों के साथ बिलासपुर के लिए रवाना हो गया।