पटना। बिहार प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी समेत चार विधान पार्षद बुधवार को कांग्रेस से नाता तोड़कर सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड में शामिल हो गए।
चौधरी ने विधान पार्षद् रामचन्द्र भारती, दिलीप चौधरी और तनवीर अख्तर के साथ संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस में पिछले छह माह से उनके साथ अपमानजनक व्यवहार हो रहा था जिसके कारण उनके साथ तीन अन्य विधान पार्षदों ने पार्टी छोड़ने और जदयू में शामिल होने का फैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि आज ही वह तीनों विधान पार्षदों के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिले थे और उन्हें अपने फैसले की जानकारी देते हुए आग्रह किया था कि वे उनके साथ आए विधान पार्षदों को अपनी पार्टी में जगह दें।
पूर्व मंत्री चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उनके आग्रह को स्वीकार कर लिया, इसके लिए वह उनके शुक्रगुजार हैं। उन्होंने कहा कि इसके बाद शाम करीब पांच बजे विधान परिषद् के कार्यकारी सभापति हारूण रशीद को कांग्रेस में टूट के संबंध में पत्र लिखकर अवगत करा दिया और अलग हुए विधान पार्षदों को विधान परिषद् में जदयू के सदस्य के तौर पर मान्यता देने का अनुरोध किया।
गौरतलब है कि विधान परिषद् में कांग्रेस के कुल छह सदस्य थे। इनमें से चार विधान पार्षदों के जदयू में शामिल हो जाने के बाद अब मदन मोहन झा और राजेश राम ही कांग्रेस के दो सदस्य रह गए हैं।