पटना। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा और प्रथम चरण में 71 सीटों के लिए होने वाले मतदान की अधिसूचना जारी होने के बाद भी अब तक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर फंसा पेंच सुलझ नहीं पाया है।
राजग के घटक लोक जनशक्ति पार्टी को लेकर मामला उलझा हुआ है। वैसे लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के जमुई से सांसद चिराग पासवान ने आज शाम पांच बजे पार्टी संसदीय दल की बैठक बुलाई है। लोजपा की होने वाली महत्वपूर्ण बैठक विधानसभा चुनाव से पहले अंतिम मानी जा रही है।
बड़ा सवाल यह है कि क्या लोजपा विधानसभा चुनाव में राजग में रहते हुए 143 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। वैसे शाम तक लोजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद उसके बिहार में राजग में बने रहने से लेकर सीट बंटवारे को लेकर जारी तल्खी से पर्दा हट जाएगा।
लोजपा की बैठक में बड़े फैसले की उम्मीद है। माना जा रहा है कि राजग में सीटों को लेकर फंसा पेंच लोजपा की इस बैठक के बाद ही समाप्त होगा। राजग के घटक भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड की भी निगाहें पासवान पर टिक गई हैं। हालांकि सीटों के बंटवारे को लेकर पासवान के नरम पड़ने की बात भी सामने आ रही है। वैसे लोजपा के कड़े रुख को देखते हुए राजनीतिक गलियारे में और भी कई कयास लगाए जा रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर, राष्ट्रीय जनता दल महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर चली आ रही खींचतान पर विराम लगता दिखाई पड़ रहा है। सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन के नाराज घटक कांग्रेस के मान जाने की खबर है। बताया जा रहा है कि सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन के घटक दलों के बीच सहमति बन गई है तथा यह स्पष्ट कर दिया गया है कि किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी। हालांकि अभी तक इस संबंध में आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
उल्लेखनीय है कि महागठबंधन से राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने नाता तोड़ लिया है। महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, विकासशील इंसान पार्टी के साथ ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) शामिल हैं। वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को शामिल किए जाने की कवायद की जा रही है।