नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनता दल से निष्कासित एवं लोकसभा में असम्बद्ध सदस्य राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को गुरुवार को सदन में की गई उनकी गलती के लिए अंतत: अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से माफी मांगनी ही पड़ी।
अपने कपड़ों के ऊपर विज्ञापन युक्त लबादा डालकर सदन पहुंचे यादव प्रश्नकाल के दौरान बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने और मिथिला एवं मगध को अलग से पैकेज देने की मांग को लेकर उद्वेलित हो गए थे।
उन्होंने विरोध स्वरूप अपने हाथ में लिए कागज सदन में उड़ाए थे। बाद में वह आसन के बीचो-बीच बैठ गए थे। शून्यकाल के दौरान अध्यक्ष के कहने पर वह अपनी सीट पर चले गए।
काफी मिन्नतों के बाद महाजन ने शून्यकाल के अंत में उन्हें अपनी बात रखने का मौका दिया, लेकिन इस शर्त के साथ कि उन्हें (यादव को) अपने व्यवहार के लिए पहले माफी मांगनी होगी।
यादव ने कहा कि वह अपने व्यवहार के लिए क्षमा चाहते हैं और सदन को भरोसा दिलाते हैं कि भविष्य में ऐसा व्यवहार नहीं करेंगे। उन्होंने भावनात्मक लहजे में अध्यक्ष से कहा कि उनके उक्त व्यवहार में बिहार की 11 करोड़ जनता की पीड़ा समाहित थी और वह इस दर्द को व्यक्त करने से खुद को रोक नहीं पाए। अंतत: महाजन ने उन्हें माफ कर दिया।
यादव ने केंद्र सरकार से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने तथा मिथिला और मगध को अतिरिक्त पैकेज देने की मांग की।