पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पूर्व महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे का पेंच इस कदर उलझता जा रहा है कि राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के बाद कांग्रेस ने भी धमकी दे दी कि यदि सम्मनजनक सीटें नहीं मिली तो पार्टी सभी 243 विधानसभा क्षेत्र में अपने उम्मीदवार उतारेगी।
कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय ने शनिवार को यहां कहा कि यदि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ सीटों के तालमेल को लेकर सम्मानजनक समझौता हुआ तब तो हम उसके साथ चुनाव लड़ेंगे, नहीं तो कांग्रेस बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
सूत्रों की माने तो कांग्रेस इस बार के विधानसभा चुनाव में 70 सीटों का दावा कर रही है वहीं राजद 150 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करने को तैयार है। यदि राजद के खाते में 150 सीटें जाती हैं तो शेष 83 सीटें महागठबंधन के अन्य घटक दलों की झोली में जाएगी। ऐसे में कांग्रेस को अपना दावा कमजोर पड़ता दिखाई दे रहा है। इसी को लेकर कांग्रेस ने अब अपने तेवर कड़े कर लिए हैं।
वहीं, महागठबंधन में ज्यादा महत्व नहीं मिलने से नाराज रालोसपा की गुरुवार को हुई आपात बैठक में राजद के रवैये पर खुलकर नाराजगी जताई गई और पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को आगे का कोई भी निर्णय लेने के लिए अधिकृत कर दिया गया।
रालोसपा सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए 35 सीटों की मांग की थी और इसके लिए कुशवाहा ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव से दो बार और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से भी उनके कार्यालय में मुलाकात की थी। बताया जाता है कि राजद रालोसपा को 10-12 सीट से अधिक देने को तैयार नहीं है।