बीकानेर। राजस्थान के बीकानेर में पंचायत समिति चुनाव के दौरान जहां एक तरफ प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों में परिवारवाद हावी रहा वहीं पंचायत समिति के चुनावों में अधिकतर पंचायत समिति में प्रधान किसे बनाना है या खुद बनना है इसका फैसला निर्दलीय ही तय करेंगे।
सूत्रों के अनुसार इस दौरान कांग्रेस का परिवारवाद भी जीत गया है तो दूसरी तरफ कें केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल का परिवारवाद को बढ़ावा देने का सिलसिला फिलहाल थम गया है क्यूंकि उनके बेटे रवि मेघवाल को करारी हार झेलनी पड़ी है।
खाजूवाला से कांग्रेस विधायक गोविन्दराम मेघवाल जहां अपने परिवार के तीन सदस्यों (पत्नि, बेटी व बेटा) को चुनाव में जीत दिलाने में सफल रहे हैं, वहीं भाजपा के केंद्रीय राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल अपने पुत्र को एक वार्ड का चुनाव भी जीता नहीं पाए।
गौरतलब है कि जिला परिषद सीट के लिए अर्जुनराम के पुत्र रविशेखर के सामने विधायक गोविन्दराम ने अपनी पत्नी आशा देवी को चुनावी मैदान में उतारा था, आशादेवी ने मंत्री पुत्र रविशेखर मेघवाल को 2783 मतों से हरा दिया। दोनों के बीच कड़े मुकाबले की उम्मीद की जा रही थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। लंबे अंतर से मिली यह हार भाजपा के लिए तगड़ा झटका है।
वहीं कांग्रेस के परिवारवाद की बात करें तो जिला परिषद के लिए ही गोविन्दराम की बेटी सरीता चैहान भी जीत गई। अब देखना यह है कि गोविन्दराम अपनी बेटी को प्रमुख के लिए आगे बढ़ाते हैं या फिर पत्नी को। वहीं गोविन्द मेघवाल के बेटे गौरव चैहान ने भी पूगल पंचायत समिति सदस्य के रूप में जीत दर्ज की है।
जेल में बंद निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत लिया चुनाव
बीकानेर जिले की लूणकरनसर पंचायत समिति के वार्ड संख्या 14 से उस निर्दलीय दावेदार को जीत मिली है जो वर्तमान में हत्या के आरोप में जेल में बंद है। निर्दलीय प्रत्याशी महेंद्र कुमार को वार्ड संख्या 14 से 664 मतों से जीत हासिल हुई है, हालांकि यह अलग बात है कि पंचायत चुनाव के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी महेंद्र चुनाव प्रचार का हिस्सा ही नहीं थे क्यूंकि वे जेल में बंद है। इसलिए उनके चुनाव प्रचार का जिम्मा मित्रों और परिजनों ने ही संभाल रखा था।
निर्दलीय महेंद्र को 2637, इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रत्याशी सोहनराम को 1978, भाजपा के प्रत्याशी लालचंद को 677 एवं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के भूपसिंह को 349 मत मिले। साथ ही नोटा को 86 मत मिले। इस तरह निर्दलीय महेंद्र ने चुनाव जीता है।