हिसार । राज्यसभा सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने आज कहा कि किसानों ने कृषि तकनीक तो सीख ली है, अब उन्हें अपने उत्पाद का व्यापारीकरण सीखने की आवश्यकता है।
यहां चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में आज किसान चेंबर ऑफ कॉमर्स के तत्वाधान में आयोजित एक बैठक में सिंह ने कहा कि किसान को परंपरागत खेती से बाहर निकलकर आधुनिक तकनीकों के प्रयोग से खेती करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि किसानों ने उत्पाद को बढ़ाने में महारथ हासिल की है परन्तु उन्हें सही तरीके से बाजार का ज्ञान न होने के कारण फसल का सही मूल्य प्राप्त नहीं हो रहा है। इसलिए किसानों को खासतौर पर आजकल के युवाओं को जागरूक बनकर बाजार की बारीकियों को समझते हुए डिजीटल माध्यम से अपने उत्पाद का उचित मूल्य प्राप्त करना चाहिए।
पूर्व मंत्री ने कहा कि किसानों को कृषि तकनीकों का तो ज्ञान हो गया है परंतु अपने उत्पादों का व्यापारीकरण सीखने की उन्हें आवश्यकता है। बैठक में सेवानिवृत्त न्यायाधीश प्रीतम पाल सिंह तथा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केपी सिंह भी उपस्थित थे। बैठक में किसान चेंबर ऑफ कॉमर्स व एसवाईएल हिमाचल निर्माण समिति के सदस्य भी प्रमुख रूप से शामिल रहे।
सिंह ने हकृवि द्वारा नव स्थापित एग्री बिजनेस इंक्यूबेशन सेंटर की सराहना करते हुए कहा कि यह सेंटर किसानों के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने किसान चेंबर ऑफ कॉमर्स को आह्वान किया कि ऐसे सेंटर जिला स्तर पर खोले जाएं जिससे ज्यादा से ज्यादा किसानों को सुविधाएं प्राप्त हो सकें।