बीसलपुर का पानी जमवारामगढ़ तक लाने की कोई योजना विचाराधीन नहीं, क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था है सुचारू -जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री
जयपुर | जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्री बुलाकीदास कल्ला ने मंगलवार को विधानसभा में बताया कि जमवारामगढ़ के 242 गांवों में से 234 आबाद हैं जबकि 8 गांव गैर आबाद हैं। उन्होंने बताया कि इन गांवों में हैंडपंप, पाइपलाइन, टंकियाें व अन्य तरीकों के जरिए पेयजल पहुंचाया जा रहा है। बीसलपुर का पानी रामगढ़ बांध तक लाने की कोई योजना विचाराधीन नहीं है।
श्री कल्ला प्रश्नकाल में विधायकों की ओर से पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि यदि भविष्य में ब्राह्मणी नदी को बीसलपुर से जोड़ा जाएगा तो इस विषय पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में बीसलपुर बांध में ही पानी कम बचा है ऎसे में रामगढ़ बांध तक पानी लाना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में 38 गांवों में पाइप जल योजना, 12 गांवों में पंप योजना और 184 गांवों में हैंडपंप पेयजल योजनाओं के जरिए पेयजल पहुंचाया जा रहा है।
इससे पहले विधायक श्री गोपाल लाल मीना के मूल प्रश्न के जवाब में श्री कल्ला ने बताया कि बीसलपुर बांध आधारित वृहद् पेयजल परियोजनाओं के अंतर्गत विधानसभा क्षेत्र, बस्सी के 237 ग्राम तथा विधान सभा क्षेत्र, चाकसू के 324 ग्राम (तहसील चाकसू एवं फागी के क्रमशः 240 एवं 84 ग्राम) सम्मिलित हैं । इनमें से बस्सी एवं चाकसू क्षेत्र के क्रमशः 237 एवं 314 ग्रामों में बीसलपुर से स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति वर्तमान में की जा रही है तथा शेष 10 ग्रामों को लाभान्वित करने का कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने बताया कि तहसील फागी के शेष 85 ग्रामों में से 81 ग्रामों को बीसलपुर-दूदू-फागी परियोजना से लाभान्वित किया जा चुका है तथा शेष 4 ग्रामों को लाभान्वित करने का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार की नीति एवं दिशा-निर्देशों की अनुपालना में गुणवत्ता प्रभावित क्षेत्र में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की प्राथमिकता को दृष्टिगत रखते हुए बीसलपुर बांध से जल आरक्षण अनुरूप परियोजनाओं की स्वीकृतियां चरणबद्ध रूप से जारी की गई हैं। विधानसभा क्षेत्र, चौमूं एवं जमवारामगढ़ के शहरी/ग्रामीण क्षेत्र की जल मांग बीसलपुर बांध आधारित पेयजल परियोजनाओं में सम्मिलित नहीं किये जाने के कारण इन क्षेत्रों को बीसलपुर बांध से लाभान्वित नहीं किया गया है।
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने बताया कि विधान सभा क्षेत्र, जमवारामगढ़ में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था सुचारू बनाये रखने के लिए माह जनवरी, 2019 से माह जून, 2019 की अवधि में पेयजल संबंधी विकास कार्यों के अंतर्गत 5 संवर्धन/परिवर्तित/पुनर्गठित जल योजनाओं के लिए राशि रुपए 408.91 लाख तथा एक हैंडपम्प के निर्माण के लिए रुपए 1.30 लाख, इस प्रकार कुल 6 योजनाओं हेतु राशि रुपए 410.21 लाख की स्वीकृति जारी की जाकर इनके कार्य कराये जा रहे हैं। क्षेत्र के पेयजल की कमी वाले 14 ग्राम एवं 49 ढाणियों में अधिकतम 88 टैंकर ट्रिप द्वारा पेयजल परिवहन का कार्य भी वर्तमान में किया जा रहा है। विभाग द्वारा संचालित एवं संधारित पेयजल योजनाओं, पर्याप्त रूप से स्थापित हैण्डपंप/सिंगल फेज नलकूपों से भू-जल उपलब्धता अनुरूप उक्त क्षेत्र में की जा रही पेयजल आपूर्ति वर्तमान में सुचारू एवं संतोषप्रद है।
श्री कल्ला ने बताया कि सतही जल स्रोत को लेकर किसी भी वृहद् पेयजल योजना का निर्माण, योजना के लिए आवश्यक जल आरक्षण, तकनीकी उपादेयता एवं वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित होने के उपरान्त ही किया जाता है।
बीसलपुर बांध में जयपुर जिले के लिए आरक्षित जल मात्र के अनुरूप पेयजल परियोजनाओं की स्वीकृति जारी की जाकर इनका क्रियान्वयन किए जाने के फलस्वरूप विधानसभा क्षेत्र, जमवारामगढ़ को बीसलपुर बांध आधारित परियोजना से वर्तमान परिपेक्ष्य में जोड़ा जाना विचाराधीन नहीं है।