पटना। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का प्रमुख घटक और बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड तीन तलाक बिल का लोकसभा और राज्यसभा में विरोध करेगा।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार सरकार में उद्योग मंत्री श्याम रजक ने आज यहां कहा कि उनकी पार्टी तीन तलाक विधेयक का संसद में विरोध करेगी। जदयू ने पहले भी सरकार के ऐसे प्रयासों का विरोध किया था और आगे भी इसका विरोध करेगा। उन्होंने कहा कि जदयू के विरोध के कारण ही इससे संबंधित विधेयक राज्यसभा में नहीं आ पाया था।
रजक ने कहा कि तीन तलाक विधेयक को लेकर जदयू की राय पहले से ही साफ है। पार्टी का स्पष्ट रूप से मानना है कि यह समाज से जुड़ा मसला है। इसलिए, इस मामले में कोई फैसला लेने का अधिकार संबंधित समाज काे है। इस मसले को अल्पसंख्यक समुदाय पर ही छोड़ देना चाहिए।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव ने दावा किया कि पार्टी के इस फैसले से भाजपा के साथ उसके रिश्ते पर कोई असर नहीं पड़ेगा। जदयू मजबूती के साथ राजग में है। उन्होंने कहा कि जदयू का भाजपा के साथ जब से रिश्ता है तब से ही उसका रुख जगजाहिर है कि वह विवादास्पद मुद्दों पर भाजपा के साथ नहीं है।
रजक ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण, धारा 370 को समाप्त करने और समान आचार संहिता लागू करने जैसे विवादास्पद मुद्दों पर जदयू की राय भाजपा से अलग है। उन्होंने कहा कि पार्टी पहले भी कई बार कह चुकी है कि इन विवादास्पद मुद्दों पर भाजपा अपना निर्णय थोपना चाहेगी तो वह उसका साथ नहीं देगी।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि भाजपा और जदयू के नीति-सिद्धांत अलग-अलग हैं तभी तो दोनों पार्टियां भी अलग-अलग हैं। दोनों के रिश्ते न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर हैं। उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि जदयू ने कभी भी अपनी नीति और सिद्धांतों से समझौता नहीं किया है और आगे भी नहीं करेगी।