नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक की तुलना काैरवों से करते हुए कहा कि उनका काम किसी भी तरह सत्ता हथियाना है जबकि कांग्रेस पांडवों की तरह सच के लिए लड़ती है।
गांधी ने रविवार को कांग्रेस के महाअधिवेशन में अपने समापन संबोधन में कहा कि कौरवों के पास धन और बाहुबल था और वे अहंकारी थे जबकि पांडव अपना सब कुछ खोने के बाद भी विनम्र थे लेकिन वे सच के लिए लड़ते थे। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस कौरवों की तरह सत्ता के लिए लड़ते हैं जबकि कांग्रेस का काम हमेशा सच के लिए लड़ना है1
उन्होंने कहा कि भाजपा एक ‘संगठन’ की आवाज है जबकि कांग्रेस देश की आवाज है। लोग समझते हैं कि कांग्रेस सच्चाई का संगठन है और देश को कांग्रेस से बहुत अधिक उम्मीदें हैं। लोग हमें झूठ नहीं बोलने देंगे। लोग एक ऐसे व्यक्ति को भाजपा का अध्यक्ष स्वीकार कर सकते हैं जो हत्या के मामले में अभियुक्त रहा हो लेकिन वे कभी भी कांग्रेस में ऐसा स्वीकार नहीं करेंगे क्योंकि कांग्रेस के बारे में उनकी अलग धारणा है।
गांधी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने आजादी के आंदोलन में 15 साल जेल में बिताए और देश के लिए शहीद हो गए। हमारे नेता जब स्वतंत्रता संग्राम में जेलों में थे तो उनके (भाजपा) नेता सावरकर दया के लिए अंग्रेज सरकार को पत्र लिख रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास देश के लिए बलिदान से भरा पड़ा है। पंजाब में हमारे 15 हजार कार्यकर्ता मारे गए और हर राज्य में कार्यकर्ताओं की ऐसी सूची है जो देश के लिए मिट गए।
गांधी ने कहा कि कांग्रेस अपनी पिछली सरकार के कुछ वर्षों के दौरान लोगों की आशाओं पर खरी नहीं उतर पाई जिससे लोगों को ठेस पहुंची। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संगठन को बदलने की जरूरत है और वह इसे बदलेंगे। नेताओं तथा कार्यकर्ताओं के बीच एक दीवार है और उनका पहला काम उस दीवार को तोड़ना है। इसे गुस्से से नहीं तोडा जाएगा बल्कि वरिष्ठ नेताओं का सम्मान करते हुए उनके साथ सलाह मश्विरा कर ऐसा किया जाएगा।
भाजपा नेताओं और सरकार पर गलत बयानी का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि जहां भी जाओ यह कहा जाता है कि देश की अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से आगे बढ रही है लेेकिन नौजवानों से कहीं भी पूछो कि वे क्या कर रहे हैं तो जवाब मिलता है, कुछ नहीं। यह विडंबना है कि एक तरफ तेजी से बढती अर्थव्यवस्था है और दूसरी तरफ करोडों नौजवानों के पास रोजगार नहीं है। यह हिन्दुस्तान की सच्चाई है।
मोदी सरकार की नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के कारण लाखों लोग बेरोजगार हो गये हैं। उनके काम धंधे ठप पड़े हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा- आरएसएस और कांग्रेस में अंतर है। हम देश के संस्थानों का सम्मान करते हैं जबकि वे इन्हें खत्म करना चाहते हैं। वे केवल एक संस्थान चाहते हैं और वह आरएसएस है।
देश में पहली बार ऐसा हुआ है जब उच्चतम न्यायालय के चार न्यायाधीशों ने न्याय के लिए आवाज उठाई है। गांधी ने कहा कि कांग्रेस देश को आगे ले जाएगी पर मुनष्य होने के नाते हमसे गलती हो जाती है। लेकिन मोदी जी मानते हैं कि वह मनुष्य नहीं बल्कि भगवान के ‘अवतार’ हैं।