महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद देश की राजनीति में शायद यह पहला मौका होगा जब दो सहयोगी पार्टी यानी भाजपा और शिवसेना के बीच दो हफ्ते से जारी मुख्यमंत्री पद को लेकर मचा घमासान खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है । दोनों पार्टी सीएम की कुर्सी को लेकर समझौता नहीं करना चाह रही हैं । अब केवल 2 दिन बचे हुए हैं, अगर 9 नवंबर तक सरकार नहीं बनती है तो महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगना तय है । अब भाजपा और शिवसेना अपने-अपने विधायकों को जैसे ‘नजरबंद’ करती जा रही है । दोनों पार्टियों को यह डर है कि कहीं विधायक एक दूसरे खेमा न बदल दें । हालांकि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए हलचल भी तेजी के साथ बढ़ गई है । दूसरी ओर गुरुवार को ही शिवसेना ने अपने 56 विधायकों की बैठक बुलाई थी ।
शिवसेना ने अपने 56 विधायकों को होटल में किया शिफ्ट
बैठक के बाद शिवसेना को लग रहा है कि विधायक उसके टूट न जाए इसलिए पार्टी ने अपने सभी 56 विधायकों को एक होटल में शिफ्ट कर दिया है । ऐसे ही शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत के आक्रामक बयान के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी अपने सभी 105 विधायकों पर नजर बनाए हुए हैं । दूसरी ओर बीजेपी-शिवसेना में तल्खी के बीच कल शिवसेना के तमाम मंत्री उस कैबिनेट बैठक में पहुंचे जो मुख्यमंत्री फडणवीस ने बुलाई थी । बैठक के बाद बीजेपी नेती सुधीर मुनगंटीवार ने कहा आज शिवसेना के मंत्री बीजेपी के साथ दिखे हैं और बीजेपी के मंत्री शिवसेना के साथ दिखे हैं ।
वहीं शिवसेना के विधायकों की बैठक से पहले प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल बीजेपी नेताओं के साथ सुबह साढ़े दस बजे राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से मुलाकात करने पहुंचे थे । लेकिन भाजपा महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष की हुई राज्यपाल मुलाकात के बाद नतीजा नहीं निकल सका है । सबसे बड़ी बात यह है कि इन 14 दिनों में महाराष्ट्र संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह की ओर से कोई बयान या मुलाकात, समझौते की ओर आगे न बढ़ना भी आश्चर्यचकित कर रहा है ।
शिवसेना के विधायक ने कहा, हमें तोड़ने का दम किसी माई के लाल में नहीं है
उद्धव ठाकरे से बैठक के बाद मीडिया से एक शिवसेना विधायक ने कहा है कि जो फैसला उद्धव ठाकरे लेंगे, हमें वही मंजूर होगा । उन्होंने कहा कि हमें तोड़ने का दम किसी माई के लाल में नहीं है । कोई हमें नहीं तोड़ सकता । महाराष्ट्र में संकट के बीच शिवसेना विधायकों की बैठक खत्म हो गई है । बैठक के बाद शिवसेना के विधायकों ने कहा कि जो कहना है पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे कहेंगे । शिवसेना के विधायकों को बैठक में हिदायत दी गई है कि वह किसी से बात न करें । विधायकों के हर मोबाइल कॉल पर विभाग प्रमुख की नजर होगी ।
विधायक किससे बात करे रहे हैं, कितनी लंबी बात कर रहे हैं । हर एक विधायक की जिम्मेदारी शिवसेना के विभाग प्रमुख को दी गई है । उसके साथ शिवसेना शाखा प्रमुख और स्थानीय शिवसैनिक मौजूद रहेंगे । दूसरी ओर संजय राउत ने यह भी कहा है कि जिसके पास बहुमत है, वह सरकार बनाए । राज्यपाल को बहुमत दिखाना जरूरी है । इस बीच राउत 50-50 के फॉर्मूले पर अड़े रहे । उन्होंने साफ किया कि मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा ।
भागवत से मुलाकात के बाद गडकरी ने सीएम बनने की अटकलों को दिया विराम
महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने की अटकलों के बीच नितिन गडकरी ने कहा है कि मैं दिल्ली में हूं, महाराष्ट्र आने का कोई सवाल ही नहीं उठता । भारतीय जनता पार्टी ने सीएम के लिए देवेंद्र फडणवीस को चुना है । उन्हीं के नेतृत्व में राज्य में सरकार बनेगी । चुनाव में बीजेपी को ज्यादा सीटें मिली हैं, इसलिए मुख्यमंत्री बीजेपी का ही होगा । बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने ये भी कहा है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी राज्य के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे ।
वह महाराष्ट्र की राज्य में एक्टिव नहीं है । बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा है कि राज्य में बीजेपी सिर्फ शिवसेना के साथ ही सरकार बनाएगी । शिवसेना से ही सरकार बनाने की चर्चा की जाएगी । वहीं नितिन गडकरी ने कहा है कि मोहन भागवत से मुलाकात का महाराष्ट्र से कोई लेना-देना नहीं है । उन्होंने कहा कि शिवसेना के सहयोग से ही हम राज्य में सरकार बनाएंगे ।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार