नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर बयान को संविधान पर हमला करार दिया है और चुनाव आयोग से अपील की है कि संवैधानिक निकाय होने के नाते वह देश के संविधान के संरक्षक के सम्मान की रक्षा के लिए कदम उठाए।
भाजपा के प्रवक्ता एवं सांसद जीवीएल नरसिंह राव ने गुरूवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि कांग्रेस पार्टी ने बहुत ही निचले स्तर पर जाकर चुनावी मर्यादा का उल्लंघन किया है। देश के राष्ट्रपति जो देश का सर्वोच्च पद है और वह संविधान के संरक्षक हैं, कांग्रेस ने उनको भी राजनीति के दलदल में घसीटने का प्रयास किया है।
नरसिंह राव ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ने देश के राष्ट्रपति को लेकर गलत बयानबाजी की है। उन्होंने कहा है कि कोविंद को इसलिए राष्ट्रपति बनाया गया है कि वह दलित समाज से आते हैं। भाजपा को उनके इस बयान से पीड़ा हुई है और पार्टी इसकी कड़ी भर्त्सना करती है।
उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि क्या वह गरीब तबके, दलित समाज से आने वाले राष्ट्रपति के खिलाफ है। एक काबिल व्यक्ति और ज्ञानी व्यक्ति होने के बावजूद केवल समाज का नाम लेकर कांग्रेस राष्ट्रपति के साथ पूरे समाज और देश को बदनाम कर कर रही है।
भाजपा के प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस की इस दलित विरोधी मानसिकता का इस समाज के लोग चुनाव में समुचित जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि हम चुनाव आयोग से अपील करते हैं कि देश के राष्ट्रपति पर इस तरह का बयान देने के मामले पर वह खुद से संज्ञान ले और गहलोत को नोटिस दें और उन पर माफ़ी मांगने के लिए दबाव बनाए।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक निकाय है जबकि राष्ट्रपति संविधान में सर्वोच्च पद एवं संविधान का संरक्षक होता है। अत: आयोग को स्वत: ही राष्ट्रपति के सम्मान की रक्षा के लिए कदम उठाना चाहिए।
नरसिंह राव ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा सारे मोदी चोर किए जाने का भी उल्लेख किया और कहा कि गरीब, पिछड़े तबके से आने वाले प्रधानमंत्री को लेकर कांग्रेस आखिर क्यों परेशानी है। उन्होंने पूछा कि क्या कांग्रेस सभी दलित, पिछड़े, गरीब राजनेताओं को जलील करके केवल एक परिवार को ही राज करने लायक समझती है।