नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि राजस्थान के राज्यपाल की भूमिका हैरान और स्तब्ध करने वाली रही है और भारतीय जनता पार्टी की ओर से नियुक्त राज्यपालों की इसी तरह की भूमिका के विरोध में पार्टी ने सोमवार को पूरे देश में राज भवनों के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संसदीय लोकतंत्र के संचालन में राज्यपालों की भूमिका अहम है। राज्यपाल विधानसभा का सत्र कब आयोजित करने के साथ ही विधायकों को समन जारी कर सकते हैं और यदि मुख्यमंत्री बहुमत साबित करना चाहते हैं तो राज्यपाल विधान सभा की बैठक बुला सकते हैं।
चिदंबरम ने कहा कि राजस्थान में कैबिनेट के फैसले को लेकर राज्यपाल ने जो भूमिका निभाई है वह हैरान और स्तब्ध करने वाली है तथा उसकी इसी भूमिका के खिलाफ कांग्रेस ने आज राजभवनों के समक्ष विरोध प्रदर्शन कर जनता का ध्यान भाजपा की गैरसंवैधानिक नियमों के उल्लंघन की तरफ आकर्षित किया।
उन्होंने उम्मीद जताई कि राज्यपाल शीघ्र ही विधान सभा का सत्र बुलाएंगे और संविधान का सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के बाद भाजपा ने जितने राज्यपाल नियुक्त किए हैं उनमें ज्यादातर ने पद का दुरुपयोग कर संवैधानिक प्रक्रियाओं का मजाक उड़ाया है।