नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में मॉडल टाउन सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी कपिल मिश्रा की मुश्किलें शनिवार को उस समय बढ़ गईं जब चुनाव आयोग ने उन पर 48 घंटे का प्रतिबंध लगा दिया।
मिश्रा के विरुद्ध चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई नागरिकता (संशोधन) कानून के विरोध में धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध बयान जारी करने और इससे संबंधित विवादास्पद ट्वीट के मद्देनजर किया। आयोग के निर्देश के बाद ट्विटर ने भाजपा नेता के बहुचर्चित एवं विवादास्पद ट्वीट को वापस ले लिया था।
आयोग के अधिकारियों के मुताबिक मिश्रा पर प्रतिबंध शनिवार शाम पांच बजे से शुरू हो गया।चुनाव आयोग ने मिश्रा पर आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर मामला भी दर्ज कराया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने शाहीन बाग को लेकर विवादित ट्वीट किए थे।
इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मिश्रा ने कहा कि मेरे खिलाफ जिस तरह से एफआईआर हुई है, वह एक तरह की ज्यादती है, क्योंकि दंगा करने वाले खुले घूम रहे हैं। बस जलाने वाले खुले घूम रहे हैं। भड़काऊ भाषण देने वाले खुले घूम रहे हैं। पुलिस पर पत्थर मारने वाले खुले घूम रहे हैं और हमने एक ट्वीट कर दी तो आप एफआईआर कर रहे हैं।