जयपुर। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं और राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के नेता और पार्टी प्रवक्ता जितेंद्र श्रीमाली ने कांग्रेस पर नकारात्मक राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस इस बात को बखूबी समझ गई है कि पारंपरिक हिंदुत्व विचारधारा वाले मतदाता उसे बिल्कुल भी वोट नहीं देंगे लेेकिन फिर भी वह भाजपा समर्थकों को नोटा विकल्प का प्रयोग करने के लिए भड़का रही है।
श्रीमाली ने बताया कि यह नकारात्मक राजनीतिक की उच्च सीमा है। यह बात अच्छी तरह जानते हुए कि हमारे पारंपरिक समर्थक कांग्रेस की ओर नहीं जाएंगे, विपक्षी पार्टी के नेता मुख्यरूप से उच्च जाति के मतदाताओं से नोटा का प्रयोग करने की अपील कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इससे कांग्रेस का दिवालियापन साबित होता है। श्रीमाली ने बताया कि भाजपा का चुनाव प्रचार एवं रणनीति योजनाबद्ध तरीके से चल रही है और तथाकथित सत्ता विरोधी-लहर अगले एक महीने में अतीत की बात होगी।
उन्होंने कहा कि हम विकास कार्यों को रेखांकित कर रहे हैं और मतदाताओं तथा अन्य लोगों को बता रहे हैं कि हमारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों ने लोगों के जीवन को कैसे बदल दिया है। सभी प्रमुख योजनाओं के लिए लाभार्थी सम्मेलन इसी अवधारणा के साथ आयोजित किए जा रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने बताया कि कांग्रेस दोहरे चरित्र और फूट डालो-शासन करो की जातीय राजनीति कर रही है जबकि भाजपा का प्रचार ‘सबका साथ, सबका विकास’ पर केंद्रित है।
उन्होने कहा कि हमारी घोषणाओं ने राज्य के लोगों को नया विश्वास दिलाया है, जयपुर में वसुंधरा राजे प्रशासन और केंद्र में मोदी सरकार दोनों विकास पर केंद्रित हैं।
उन्होंने बताया कि स्टार्टअप इंडिया और स्किल इंडिया पर जोर देने से वास्तव में नौकरियों की तलाश की अवधारणा बदल गई है। भाजपा सरकार ने शिक्षित युवाओं के आत्मनिर्भरतर होने पर बल दिया है और यह एक दीर्घकालिक परिप्रेक्ष्य के साथ भविष्य का एक विचार है।
इसे सभी स्तरों पर नहीं समझा जा सकता। लेकिन राजस्थान जैसे राज्यों में, उद्यमिता को एक नया अर्थ मिला है। मीडिया में जो कुछ भी आप देखते हैं वह कांग्रेस के दुष्प्रचार और उनकी नकारात्मकता का हिस्सा है।
श्रीमाली ने बताया कि भाजपा ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेताओं के साथ समन्वय करते हुुुए चुनावी रणनीति के तहत राजस्थान को तीन हिस्सों जयपुर, जोधपुर और चित्तौड़गढ़ में बांटा है।
भाजपा प्रवक्ता ने बताया कि 2013 में प्रभावशाली समूहों ब्राह्मणों, बनियों और जाटों के समर्थन से भाजपा को मिली जीत में इस बार भी इनका समर्थन महत्वपूर्ण होगा।